साथी चालक के अजन्मे बच्चे की मौत से भड़के कर्मचारियों ने अफसर पर लगाये गम्भीर आरोप,थाने में दी तहरीर

गोरखपुर। अफसर और 102 एंबुलेंस के ड्राइवर में विवाद के बीच एक अजन्मा दुनिया में आने से पहले ही दम तोड़ दिया एंबुलेंस ड्राइवर का आरोप है कि अफसर ने उसके साथ ज्यादती की अस्पताल में भर्ती 8 माह की गर्भवती पत्नी का इलाज कराने का मौका नहीं दिया 4:00 बजे तक उलझाए रखा और फिर खटारा एंबुलेंस लेकर जाने को कहा मना करने पर पीटकर सिर फोड़ दिया शाम को जाकर पत्नी का अल्ट्रासाउंड कराया तो गर्भ में बच्चा मर चुका था।

तहरीर पुलिस ने कोतवाली पुलिस को दी है  शाम 4:00 बजे जिला महिला अस्पताल में 102 एंबुलेंस के चालक मनोज चौधरी का उनके अफसर से विवाद हो गया,मनोज का आरोप है कि 108 एंबुलेंस के प्रभारी ने दिनभर फंसाए रखने के बाद शाम 4:00 बजे एंबुलेंस ले जाने को कहा एंबुलेंस ले जाने से मना करने पर बहस होने लगी कहासुनी के बाद मामला बढ़ता गया और उन्होंने मारपीट शुरु कर दी।

मनोज का आरोप है कि प्रभारी ने उन्हें पीटा और सिर फोड़ दिया हंगामा सुनकर 102 एंबुलेंस कर्मचारी मौके पर पहुंचे और बीच बचाव कर मामला शांत कराया इधर साथी की पत्नी के गर्भ में पल रहे बच्चे की मौत की सूचना मिली तो शांत हुआ कर्मचारियों का गुस्सा फिर भड़क उठा लामबंद होकर तमाम कर्मचारी चालक के साथ कोतवाली पहुंच गए कोतवाली प्रभारी माधव ने कहा है कि तहरीर पर कार्रवाई की जाएगी।