अतिक्रमण हटाने को लेकर पुलिस-प्रशसन और सपाइयों में घण्टों तानातनी चली।
गोरखपुर । सपा नेता अखिलेश उर्फ भोला यादव के कार्यालय का अतिक्रमण हटाने को लेकर पुलिस-प्रशसन और सपाइयों में घण्टों तानातनी चली। करीब चार घण्टे तक मान-मनौव्वल के बाद प्रशासन ने सपा नेता के कार्यालय का अगले हिससे से अतिक्रमण हटाकर खानापूर्ती की और जेसीबी आगे बढ़ गई। हालांकि बाद रेलवे के इंजीनियर की तहरीर पर सपा नेता सहित 50 लोगों पर गंभीर धाराओं में पुलिस ने केस दर्ज किया।
पीपीगंज रेलवे परिसर में अतिक्रमण को लेकर रेल प्रशासन आरपीएफ, जीआरपी के अलावा पीपीगंज, सहजनवा, कैपियरगंज, चिलुआताल थाने की फोर्स लेकर पहुंची।
शुरुआत में छोटे व्यापारियों की गुमटियों के आगे हुए अतिक्रमण एवं करीब आधा दर्जन अवैध गुमटियों पर प्रशासन की जेसीबी धड़ल्ले से चली। लेकिन जब सपा नेता के आवास एवं कार्यालय से अतिक्रमण हटाने की बारी आई तो वहाँ मौजूद सपाइयों ने विरोध शुरू कर दिया।
सपा नेता के समर्थक में आए लोगों ने अतिक्रमण हटाने वाले जगह को चारों तरफ से घेर लिया। वे नारेबाजी करते हुए कार्यालय के सामने ईंट-पत्थर इकट्ठा कर लिए। यह सब देखकर अभियान को रोकना पड़ा। अतिक्रमण हटाने आए जेसीबी चालक गाड़ी लेकर भाग निकला।
चार घण्टे चली मान-मनौव्वल के दौरान सड़क और आसपास हजारों की भीड़ जुट गई। अधिकारियों को सूचना देकर शहर से और पुलिस बल तथा अग्निशमन वाहन को बुलाया गया। इसके अलावा कैपियरगंज के तहसीलदार भी मौके पर पहुंचे। दूसरी जेसीबी मंगवाकर कार्यालय के अगले हिस्से को तोड़ने के बाद पूरा अमला आगे बढ़ गया।
अतिक्रमण हटाने के लिए रेलवे के सायहक मंडल अभियंता भूपेंद्र सिंह, सीनियर सेक्शन इंजीनियर आनंदनगर सुयश सिंह, पीपीगंज एसओ आशुतोष सिंह के साथ चिलुआताल,सहजनवा एवं कैम्पियरगंज थानेदार और एक बटालियन आरपीएफ और जीआरपी के जवानों के अतिरिक्त भारी संख्या में रेलवे कर्मचारी मौजूद रही।