जस्टिस DK उपाध्याय की अगुवाई वाली बेंच ने लगाई गिरफ्तारी पर रोक
लखनऊ। समाजवादी सरकार के समय हुए भर्ती घोटाले में तत्कालीन मंत्री मोहम्मद आज़म खाँ की गिरफतारी पर इलाहबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच द्वारा रोक लगाने पर मोहम्मद आज़म खान नें कहा “इंसाफ होना था इंसाफ मिला अदालत का शुक्रिया”
आप को बताते चले कि “हाईकोर्ट से मोहम्मद आज़म खाँ साहब की गिरफ्तारी पर रोक लगाने पर मोहम्मद आज़म खान का बयान आया की,”इंसाफ होना था इंसाफ मिला अदालत का शुक्रिया,” जब सरकारे ज़ुल्म करती है तो उस वक्त अदालत का रोल अहम हो जाता है। कर्नाटक में देखिए किस तरहां नँगा नाच किया गया। उस वक्त सुप्रीम कोर्ट ने इंसाफ किया।
यह तो अदालतों की ज़िम्मेदारी होती है कि सरकारे अगर ज़ुल्म करती है तो उस पर इंसाफ करे।
हम समाजवादी हैं हमारी लोकतंत्र, प्रजातंत्र, तथा न्याय पालिका में पुर्ण आस्था है। हम अपनी सीमाओं में रहकर जालिम सरकार के जुल्मों के खिलाफ आवाज़ बुलंद करते रहेंगे सरकार आम जन की मूल समस्याओं तथा मुद्दों सहित अपनी विफलता छुपाने के लिये झूटे मुकदमों तथा अनैतिक आचरण का सहारा कब तक लेगी ।
सपा सरकार में हुए कथित भर्ती घोटाले में पूर्व मंत्री आज़म खान की गिरफ्तारी पर इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने लगाई रोक। जस्टिस DK उपाध्याय की अगुवाई वाली बेंच ने लगाई गिरफ्तारी पर रोक।