एनेस्थीसिया डॉक्टरों के इस्तीफे से दिक्कत, मरीजो के ऑपरेशन नही हो पा रहे

ऑर्थो विभाग में गुरुवार को एक भी ऑपरेशन नहीं हुए। यहां रोजाना 13 से 15 ऑपरेशन होते हैं।

गोरखपुर। बीआरडी मेडिकल कॉलेज में एनेस्थीसिया विभाग के चार डॉक्टरों के संयुक्त इस्तीफे का असर आज साफ दिखाई पड़ा। अस्पताल में विभिन्न विभागों में एनेस्थीसिया के केवल दो डॉक्टर के होने के चलते ऑपरेशन टालने पड़ें। ऑर्थो विभाग में गुरुवार को एक भी ऑपरेशन नहीं हुए। यहां रोजाना 13 से 15 ऑपरेशन होते हैं।

बीते दिन बीआरडी में प्राचार्य और एक प्रवक्ता पर समस्या न सुनने व बेवजह कार्रवाई करने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए एनेस्थीसिया विभाग में तैनात चार संविदा डॉक्टरों ने एक साथ इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद गुरुवार को नए रोस्टर के आधार पर एनेस्थीसिया विभाग से केवल दो डॉक्टरों की ही ड्यूटी लग पाई।

इसमें एक विभागाध्यक्ष शहबाज अहमद भी शामिल रहें। हांलाकि डॉक्टरों की कमी के चलते ऑर्थो विभाग में एक भी ऑपरेशन नहीं हुआ। आगे भी ऑर्थो में एनेस्थीसिया का कोई डॉक्टर उपलब्ध न होने से ऑपरेशन होने की संभावना नहीं है। वहीं गायनी विभाग में इमरजेंसी केस वाले ही ऑपरेशन हो सके। इससे मरीजों को काफी परेशान होना पड़ा। मेडिकल कॉलेज के सूत्रों के अनुसार इमरजेंसी ऑपरेशन छोड़ कई ऑपेरशन को टालना पड़ा।

उधर बीआरडी के प्रायार्य गणेश कुमार ने बताया कि सोमवार व उससे पहले भी इस्तीफा देने वाले डॉक्टर सुबह के वक्त ड्यूटी पर नहीं मिले थे। उन्होंने कहा कि पूरा वेतन लेकर आधी ड्यूटी करना भी भ्रष्टाचार के समान है। उन्होंने बताया कि चारों डॉक्टरों का इस्तीफा मिल गया है। उनसे कॉलेज प्रशासन के सीनियर बात कर रहे हैं, अगर वह ड्यूटी को लेकर गंभीर रहने का वादा नहीं करेंगे, तो इस्तीफा स्वीकार कर लिया जाएगा। साथ ही नई तैनाती भी जल्द कर दी जाएगी। प्राचार्य ने बताया कि इस संबंध में डीएम और कमिश्नर को जानकारी दे दी गई है।