संदिग्ध एमबीबीएस छात्र और प्राचार्य कार्यालय में तैनात क्लर्क फरार हो गए हैं।
गोरखपुर । बीआरडी मेडिकल कालेज में दो शिक्षकों के नाम से संचालित हो रहे पैथोलॉजी के मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। इस मामले में गुलरिहा थाने में मुकदमा दर्ज होने के बाद से कालेज में हड़कंप मचा है। मामले में संदिग्ध एमबीबीएस छात्र और प्राचार्य कार्यालय में तैनात क्लर्क फरार हो गए हैं।
बीआरडी मेडिकल कालेज में बीते दिन शिक्षक के शैक्षणिक रिकार्ड चोरी होने का मामला सामने आया है। दो शिक्षकों के नाम से कई साल से पैथोलॉजी संचालित हो रही है।
बीते दिन बीआरडी में एक मरीज पैथोलॉजी विभाग के शिक्षिका के पास गोरखनाथ क्षेत्र के लीलावती पैथोलॉजी की रिपोर्ट लेकर पहुंचा। रिपोर्ट में सैंपल जांच करने वाले डॉक्टर के तौर पर पैथोलॉजी में तैनात एसोसिएट प्रोफेसर का नाम लिखा मिला। रिपोर्ट पर एमसीआई पंजीकरण नंबर भी उन्हीं का दर्ज मिला।
खबर है कि पैथोलॉजी संचालक की कालेज में गहरी पैठ है। उसके इस फर्जीवाड़े में कालेज के 2009 बैच का एमबीबीएस छात्र और प्राचार्य कार्यालय में तैनात क्लर्क का नाम सामने आ रहा है। खबर है शनिवार से दोनों नदारद हैं। दोनों भूमिगत हो गए हैं। शनिवार को क्लर्क प्राचार्य कार्यालय से गैरहाजिर रहा। इसको लेकर कार्यालय में चर्चाओं का बाजार गर्म रहा। एमबीबीएस छात्र भी शनिवार को सुबह कुछ सामान लेकर हॉस्टल से निकल गया। शाम को वापस नहीं लौटा। रविवार को भी दोनों कैंपस में नहीं दिखे।
इस मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। गुलरिहा थाना प्रभारी जयदीप कुमार वर्मा ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच मेडिकल कालेज चौकी इंचार्ज गुलाब यादव को सौंपी गई है। प्रकरण गंभीर है। इस मामले में किसी को बख्शा नहीं जाएगा