गोरखपुर। इज्जत के खातिर बन गया कातिल, भाई की इज्जत के लिए कर दिया कत्ल, जी हां कहते है, किसी के लिए किसी के घर की इज्जत से बढ़ कर कुछ नहीं होता है, फिर चाहे उसे उसके लिए कितनी ही बड़ी कीमत क्यों न चुकानी पड़े, कुछ एसा ही मामला प्रकाश में आया गोरखपुर में जहा पुलिस ने आज कुछ दिनों पहले हुए कत्ल के राज से पर्दा उठा दिया है, और हत्या करने वाले चारो अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है |
गोरखपुर में पिछले कुछ दिनों पहले नहर के पास मिले एक लाश से सनसनी फैल गई थी, उसकी हत्या कर उसकी लाश यहा लाकर फेकी गई थी, इस हत्या से आज पुलिस ने पर्दा उठा दिया है, पुलिस ने सभी चारो आरोपियों को पकड़ कर सलाखों के पीछे भेज दिया है, आपको बतादे, कि गोरखपुर के गोला थाना क्षेत्र में शादी ब्याह में नाचने वाले झिनकर उर्फ़ निशा हरिजन की हत्या हुई थी, और उसकी लाश पक्वा बाजार नहर के पास से बरामद हुई थी, पुलिस ने इस हत्या के मामले को गंभीरता से लेते हुए इसके लिए टीम बना कर तफ्तीश शुरू की., और जब तफतीस शुरू हुई थो एक के बाद एक परत खुलते गए, पुलिसिया जाँच में चौकाने वाला मामला प्रकाश में आया, कि मृतक झीनक उर्फ़ निशा जो शादी ब्याह में नाचने का काम करता था, आरोपी विवेक के भाई का नजायज सम्बन्ध झीनक उर्फ़ निशा से था, ये बात धीरे धीरे सभी को पता चलने लगी, और ये बात आरोपी विवेक गौंड को नागवार लगती, क्योकि इससे उसकी प्रतिष्ठा को आघात पहुचा था, और इस को लेकर उसने अपने कुछ दोसो के साथ मिलकर झीनक की गला दबाकर हत्या कर दी | चारो आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस ने इनके पास से मृतक का मोबाइल दो अदद अभियुक्तों का मोबाइल और एक मोटर साइकिल भी बरामद की है |
पुलिस के गिरफ्त में खड़े ये चारो आरोपी है, इनमे से मुख्य आरोपी विवेक जिसने कतल की पूरी साजिश रची और उसे अमली जामा पहनाया, आरोपी विवेक की माने तो उसके भाई के साथ झिनक उर्फ़ निशा का नजायज सम्बन्ध था, जो कि उसे नागावर लगता था, और इसी को लेकर उसने ये खौफनाक साजिश रच डाली., यही नहीं गाँव के कई लडको को झीनक फसा चुका था, लडको को बुलाना और फिर उनके साथ दारु पीना और फिर देर रात तक उनके साथ सम्बन्ध बनाना यही इसका काम था, और जब आरोपी विवेक को पता चला कि उसके भाई को भी उसने फसा रखा है, तो उसने अपने परिवार की प्रतिष्ठा बचाने के लिए अपने दोस्तों के साथ मिलकर उसकी हत्या आकार दी।
काफी दिनों से पुलिस के लिए ये हत्या एक सिर का दर्द बना हुआ था, और चुनौती भी, पुलिस ने टीम बना कर चवरो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन पकड़े गए आरोपियों की माने तो उन्हें आज अफ़सोस तो है, लेकिन इस बात का संतोष भी है, कि कम से कम उसकी हत्या करने के बाद उसका भाई और उसकी प्रतिष्ठा बच गई |