गोरखपुर। सीएम की “दस्तक”, सीएम ने इन्सेफलाईटिस के खात्मे के लिए एक बड़ी पहल की है, और उसको लेकर दस्तक करके अभियान चालाया है, इस अभियान में अधिकारी, मंत्री और बीजेपी विधायक के साथ बीजेपी कार्यकर्ता भी घर घर जाकर लोगो के दरवाजे पर दस्तक देंगे, और उन्हें इस बीमारी से जागरूक करेंगे, गोरखपुर के पिपराइच में दस्तक और स्कुल चलो अभियान के शुभारम्भ कार्यक्रम में शिरकत करने पहुचे प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने आज मंच से इन्सेफलाईटिस की बीमारी को जड़ से खत्म और सरकारी स्कुलो में बच्चो की संख्या को बढाने के लिए लोगो से अपील की, आज हमारी सरकार इन सभी को कंप्लीट यूनिफार्म और किताबे दी है।
सीएम योगी ने कहा, कि अब गरीब का बच्चा भी कान्वेंट स्कुलो के बच्चो की तरह शिक्षा पा सकेंगे ,कोई भी बालक या बालिका स्कूल जाने से वांक्षिय न रह जाय ।दूसरा अभियान दस्तक, इंसेफ्लाइटिस के खिलाफ, सबसे ज्यादा मौते गोरखपुर ओर बस्ती मंडल में इस बीमारी से होती है ।इस धरती पर जो आया है, उसे जीने का अधिकार है, और उसके लिए जो सरकार को करना है सरकार करेगा।
इंसेफ्लाइटिस का टीकाकरण वैक्सीन हम कराएंगे
जो जापानी इंसेफ्लाइटिस की प्रतिशत 25 प्रतिशत से आज 11 प्रतिशत घट कर हो चुका है ।स्वास्थ्य विभाग को इसका नोडल बनाया गया है ।इंसेफ्लाइटिस के मुद्दे को मुझसे बेहतर कौन जान सकता है, क्योकि मैन सड़क से इसको लेकर लड़ाई लड़ी है ।उपचार में जितना पैसा लगेगा उसके लिए सरकार करेगी, लेकिन सेफाई जरूरी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने कह दिया है, ग्राम विकास और शहर विकास के लिए केवल सफेद हाथी न बन कर राह जाए।हमारे मंत्री हमारे नेता सभी जाएंगे, और इस अभियान को सफल बनाया जा सके,आँगन वाणियो से मैं ये कहूंगा, कि रोज रोज धरना प्रदर्शन बंद करे और काम करे ।इस अभियान को लेकर मैन लखनऊ में एक कंट्रोल रूम बनाया है, जिससे मैं उसकी मांरिटरिंग कर सकू।
पिपराइच में दस्तक अभियान की शुरुआत करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जेई के लिए जितना टीकाकरण होना है, और कहा, कि हम उसके लिए व्यवस्था करेंगे। उपचार में जितना पैसा खर्च होगा, जितनी सुविधाओं की आवश्यकता होगी सरकार उसमें संकोच नहीं करेगी इसके लिए हर प्रकार का सहयोग किया जाएगा। सीएम योगी आदित्यनाथ ने ग्राम पंचायत स्तर पर सफाई अभियान चलाने की बात करते हुए कहा कि ग्राम प्रधान के नेतृत्व में टीम बननी चाहिए जिसमें ग्राम सचिव और ग्राम सभा स्तर के तमाम सरकारी कर्मचारियों को शामिल किया जाना चाहिए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान के तर्ज पर गांव को स्वच्छ बनाया जाए।
उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत से ही स्वस्थ भारत का निर्माण होगा अपने गांव अपने शहर को हमें स्वच्छ रखना होगा शुद्ध पेयजल के लिए ग्राम प्रधानों हैंडपंप मरम्मत के साथ ही जरूरत पड़ने पर नए हैंडपंप लगाने के लिए धन की व्यवस्था कराई गई है । सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जेई के लिए जहां टीकाकरण जरूरी है वही एईएस के लिए स्वच्छता जरूरी है। सीएम ने कहा, कि इन दोनों अभियान पर हमारी पल पल की नजर होगी, कितना काम हुआ, कितना नहीं, उसको लेकर हम एक कंट्रोल रूम भी लखनऊ में बनायेंगे, ताकि इस पर पूरी नजर वही से रखा जा सके।