बालिका संरक्षण गृह में रह रही 42 में से 29 बच्चियों के साथ दुष्कर्म के घटना को लेकर बिहार सरकार के खिलाफ देशव्यापी विरोध-प्रदर्शन

विरोध प्रदर्शन में मुजफ्फरपुर के बालिका संरक्षण गृह में रह रही 42 में से 29 बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफा देने की मांग की।

गोरखपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के बालिका संरक्षण गृह में मासूम बालिकाओ के साथ हुए दुराचार, बर्बरता के मामले में बिहार सरकार द्वारा की जा रही लापरवाही, एवं घटना में शामिल अपराधियों के खिलाफ ठोस कार्यवाही ना करते हुए मामले की लीपापोती में जुटे बिहार सरकार के खिलाफ देशव्यापी विरोध-प्रदर्शन के क्रम में गोरखपुर में भी पूर्वांचल सेना, पूर्वांचल नियुध्द अकादमी, दिशा छात्र संगठन, लालदेव ताइक्वांडो अकादमी, मेरा रंग, स्त्री मुक्ति लीग, मूलनिवासी मजदूर संघ आदि संगठनों ने नगर निगम स्तिथित रानी लक्ष्मीबाई पार्क में धरना देकर विरोध-प्रदर्शन करते हुए नीतीश सरकार से इस्तीफे की मांग की।

मुजफ्फरपुर में बच्चों के साथ हुए बर्बरता का आक्रोश इतना ज्यादा था की भारी बारिश के दौरान भी प्रदर्शनकारी पार्क में डटे रहें और बिहार सरकारऔर रेपिस्टों के खिलाफ नारेबाजी करते रहे।

सुबह 10:00 बजे से शुरू हुए इस विरोध प्रदर्शन के बाद उपस्थित लोगो ने दोपहर 1.00 बजे से नगर निगम से पदयात्रा निकालकर जिला अधिकारी कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने जिलाधिकारी के माध्यम से बिहार सरकार को ज्ञापन भेजकर, मुजफ्फरपुर के बालिका संरक्षण गृह में रह रही 42 में से 29 बच्चियों के साथ दुष्कर्म के घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफा देने और इस घटना की सीबीआई जांच हाईकोर्ट के देखरेख में कराने एवं इस जांच को मुजफ्फरनगर तक केंद्रित ना रखकर राज्य के प्रत्येक जिले में चल रहे बालिका संरक्षण गृह के जांच कराने की मांग की।

देश की बेटियों के मान सम्मान व इस तरह के कुकृत्य की पुनरावृति को रोकने के लिए इन दोषियों पर कार्यवाही होना अति आवश्यक है

प्रदर्शनकारियों का कहना था कि बालिकाओं के साथ हुए दुराचार बर्बरता के इस अमानवीय कृत्य के मामले में अपराधियों पर कोई ठोस कार्रवाई ना होना दोषियों में बिहार सरकार के मंत्री का नाम आना और पूरे मामले में सरकार का ढुलमुल रवैया यह साबित करता है की बलात्कार के दोषियों को शाशन सत्ता संरक्षण मिल रहा है। देश की बेटियों के मान सम्मान व इस तरह के कुकृत्य की पुनरावृति को रोकने के लिए इन दोषियों पर कार्यवाही होना अति आवश्यक है जो कि नीतीश कुमार के सरकार में बने रहते संभव नहीं है।

बलात्कार जितना बड़ा अपराध है उतना ही बड़ा अपराध बलात्कारियों को संरक्षण देना है – धीरेंद्र प्रताप

विरोध प्रदर्शन के दौरान उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए पूर्वांचल सेना के अध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि बलात्कार जितना बड़ा अपराध है उतना ही बड़ा अपराध बलात्कारियों को संरक्षण देना है। आज एनडीए सरकार द्वारा बेटी बचाओ का नारा जुमला बनकर रह गया है जिसका परिणाम है कि देश में महिलाओं के प्रति हिंसा और दुष्कर्म की बाढ़ आ गई है, इसी क्रम में सरकारी संरक्षण में चल रहे बालिका संरक्षण गृह को बालिका दुष्कर्म गृह बना दिया है। उन्होंने कहा कि इसके दूरगामी दुष्परिणाम होंगे सरकार द्वारा 29 मासूम बच्चों के दुष्कर्म के मामले में की जा रही है लापरवाही आम जनता का सरकारी देखरेख में चल रहे संस्थाओं से विश्वास उठ जाएगा। लोग सरकारी आवासीय संस्थाओं में अपनी बच्चियों को भेजना बंद कर देंगे जो की बच्चियों के शिक्षा उनके विकास के लिए ठीक नहीं है।
इस जघन्य कृत्य के मामले में सरकार को आरोपियों पर कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए थी जो कि नहीं हो रही है, इससे पूरे देश में गलत मैसेज जा रहा है और बलात्कारियों का मनोबल बढ़ रहा है जिसको हम कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि इस मामले में दोषियों को फांसी दिलाने तक हम हर स्तर का आंदोलन करेंगे।

दिशा छात्र संगठन के राजू कुमार ने कहा यदि बच्चियों को न्याय नहीं मिलता है और दुष्कर्म के आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं होती है तो हम उग्र आंदोलन करेंगे।
वरिष्ठ पत्रकार मनोज सिंह ने कहा कि पूरे देश को एकजुट होकर इस मामले के खिलाफ लड़ना होगा। देश और दुनिया में भारत का नाम बदनाम हो रहा है बलात्कार की बढ़ती घटनाएं और उस पर सरकारी संरक्षण देश को महिलाओं के लिए असुरक्षित बनाता जा रहा है।

उन्होंने कहा कि हमारे देश की महिलाओं को सम्मान दिलाने के लिए, उनके सम्मानित जीवन को सुनिश्चित करने के लिए ऐसे मामलों पर पूरे देश को एकजुट होकर आवाज उठानी होगी। विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व पूर्वांचल सेना के जिला अध्यक्ष सुरेंद्र वाल्मीकि ने किया।

इस अवसर पर श्रीमती शालिनी सिंह, अंजलि, माया, मनोरमा, कुमारी दिव्या, कुमारी सुनीता, छात्र नेता सोनू सिद्धार्थ, इंद्रेश यादव, अमित कुमार सिंघानिया, भास्कर चौधरी, पवन कुमार, प्रशांत कुमार, रणविजय कपूर, सुधिराम रावत, परमात्मा कुमार, ताइक्वांडो प्रशिक्षक लालदेव यादव, धीरज गुप्ता, सनी कुमार निषाद , योगेंद्र प्रताप, सर्वेश, राजन निषाद, अमित प्रजापति, विजय यदुवंशी, कुणाल कुमार, अंकित कुमार, अखिलेश प्रजापति, साहिल कुमार, रविंद्र कुमार, राहुल चौरसिया, राधेश्याम निषाद, सुधीर विश्वकर्मा, सुधाकर, परमात्मा कुमार, अविनाश प्रताप, अविनाश गुप्ता, देवेंद्र आर्य, दीपक, राजू, राकेश यादव, योगेंद्र प्रताप, अजय कुमार भारती, राजकुमार, इंद्र प्रकाश मंजेश कुमार, पंकज कुमार समेत तमाम तमाम लोग उपस्थित रहे।