ऑक्सिजन कांड – डॉ कफील खान जमानत पर बाहर आए, समर्थकों ने हांथो में तख्तियां ले किया स्वागत

डॉ. कफील के समर्थकों की भीड़ हाथों में बधाईयां, नारे लिखी तख्तियां व माला लिए शाम छह बजे से जेल गेट पर खड़े थे

गोरखपुर। हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद शाम करीब 7.50 बजे बीआरडी ऑक्सीजन कांड के आरोपी डॉ कफील खान रिहा हो गए। डॉ. कफील के समर्थकों की भीड़ शाम छह बजे से ही जेल गेट पर लगनी शुरु हो गई थी। अपने-अपने हाथों में बधाईयां, नारे लिखी तख्तियां व माला लिए समर्थक खड़े थे।Baba Raghav Das Medical College

डॉक्टर के बाहर निकलते ही माला पहना कर उन्होंने खुशियों का इजहार किए। डा. कफील काफी भावुक थे। आठ माह पूर्व जब वे जेल गए थे तो टोपी से चेहरे को ढक कर जेल में दाखिल हुए थे। जेल से बाहर आए तो मीडिया से बात की।

डॉ कफील ने कहा कि मैं पूरी तरह निर्दोष हूँ, मेरे द्वारा ऑक्सीजन देने में कोई कमी नही बरती गई

डॉ कफील ने कहा कि मैं पूरी तरह निर्दोष हूँ । मेरे द्वारा ऑक्सीजन देने में कोई कमी नही बरती गई, जहां तक सम्भव हुआ मैने बच्चों को ऑक्सीजन की व्यवस्था कराई। जब से मैं जेल गया मेरी माँ घर में बीमार है। पत्नी मासूम बेटी के साथ परेशान थी। जेल में मेरी तबीयत लगातार बिगड़ रही थी। यह पूछने पर कि असली दोषी कौन है? डॉक्टर ने कहा कि इस पर मैं लिखित बयान दे चुका हूं।

फिर जेल गेट के बाहर आते ही बेटी को गोद में लेकर चूमने लगे व पत्नी के गले मिले। समर्थक नारेबाजी न करें पहले ही अनुरोध किया था। समर्थकों ने गले मिल कर डॉक्टर को बधाईयां दी फिर भारी समर्थकों के बीच कार में बैठ कर डॉक्टर कफील घर के लिये रवाना हुए। डॉ कफील के चलते अन्य कैदियों की रिहाई कुछ देर के लिए रोकनी पड़ गयी।