मुनि-की-रेती और स्वर्गाश्रम परियोजना स्थलों का दौरा किया; अधिकारियों को काम में तेजी लाने का निर्देश दिया
देहरादून। केन्द्रीय जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री डॉ. सत्यपाल सिंह ने नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत नगर की परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा के लिए ऋषिकेश का दौरा किया। शनिवार रात में डॉ. सिंह स्वर्गाश्रम परियोजना स्थल पहुंचे, जहां नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत 5197 करोड़ रुपये की लागत से सीवर परिशोधन संयंत्र (एसटीपी) का उन्नयन किया जा रहा है। इस संयंत्र की क्षमता तीन मिलियन लीटर प्रति दिन (एमएलडी) है। यह परियोजना जल्द ही पूरी हो जाएगी। राज्य मंत्री ने अधिकारियों को काम में तेजी लाने का निर्देश दिया।
वृहद सीवर प्रबंधन पैकेज के लिए 80.45 करोड़ रुपये की धनराशि आवंटित की गई
डॉ. सिंह ने मुनि-की-रेती में चल रहे एसटीपी तथा अवरोध व मार्ग परिवर्तन (आई एंड डी) परियोजना स्थलों का दौरा किया, जहां वृहद सीवर प्रबंधन पैकेज के लिए 80.45 करोड़ रुपये की धनराशि आवंटित की गई है। मुनि-की-रेती में दो एसटीपी (5 एमएलडी+7.5 एमएलडी), 2 सीवर पम्पिंग स्टेशन तथा सीवर लाइन बनाने का काम तेजी से चल रहा है। डॉ. सिंह ने ऋषिकेश में त्रिवेणी घाट का भी भ्रमण किया और वहां के सीवर पम्पिंग स्टेशन का जायजा लिया।
मुनि-की-रेती की परियोजना मार्च, 2019 तक पूरे हो जाने की उम्मीद है
परियोजनाओं की प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए डॉ. सिंह ने अधिकारियों से समयबद्ध तरीके से कार्य पूरा करने का आग्रह किया। मुनि-की-रेती की परियोजना मार्च, 2019 तक पूरे हो जाने की उम्मीद है।