तीन महिने से पीने का पानी न मिलने से आक्रोशित सैकडों लोग मुख्य बाजार के चैराहे पर अनशन पर बैठ गए, विधायक ने मुख्यमंत्री से कार्यवाही के लिए शिकायत की
बांदा। योगी सरकार में अफसर मनमर्जी पर उतारू है, बीजेपी सरकार के विधायक तक इनसे आजिज हो चुके है। मामला बांदा का है जहां तीन महिने से पीने का पानी न मिलने से आक्रोशित सैकडों लोग मुख्य बाजार के चैराहे पर अनशन पर बैठ गए। मौके पर पहुंचे सदर विधायक ने जब हकीकत जानी तो जल संस्थान के महाप्रबंधक व अधिषाशी अभियंता के निकम्मेपन को स्वीकार करते हुए मुख्यमंत्री से कार्यवाही के लिए शिकायत की है।
तीन महिने से शहर के कई मुहल्लों में पानी नहीं आया, लगातार शिकायतों के बाद भी जब एक एक बूंद पानी के लाले पड गए तो जनता का आक्रोश उफन पडा सैकडों की संख्या में लोग शहर के मुख्य बाजार चैराहे में जाम लगाकर अनशन की शुरूआत कर दी। जनता यह जानना चाहती थी कि ऐसी कौन सी समस्या है कि जिसका समाधान तीन महिने से नहीं हो पा रहा है लगातार जल संस्थान को अवगत भी कराया जाता रहा लेकिन जल संस्थान के अधिकारी अपने नकारे पन से बाज नहीं आए लिहाजा आज आक्रोशित जनता सडकों पर उतर आई और जमकर नारेबाजी की।
वहीं सूचना पाकर मौके पर पहुंचे भाजपा से सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी ने लोगों को समझा बुझा कर शांत करवाया व एक हफ्ते के अंदर पानी उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। वहीं भाजपा के विधायक ने माना कि जलसंस्थान के महाप्रबंधक जवाहर राम व अधिषाशी अधिकारी रतन लाल निकम्मेपन पर उतारू है स्वयं विधायक के कई बार कहने पर भी इन अधिकारियों की कान में जू तक नहीं रेंगी इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि योगी सरकार में अफसर मनमर्जी पर उतारू है जिसका सबसे बडा कारण कार्यवाही न होना है।