दो दिन की बारिश के जलभराव ने नगर निगम प्रशासन के दावो की खोली पोल, चरमरा गई व्यस्थाये

मथुरा। मथुरा मे भले ही गुरु पूर्णिमा पर्व और जै गुर-देव मेले को लेकर नगर निगम प्रशासन और प्रशासन तमाम दावे कर रहा हो लेकिन हकीकत कुछ और बया कर रही है जहा लगातार हुई दो दिन की बारिश के जलभराव ने निगम प्रशासन के दावो की पोल खोलकर रख दी है प्रशासन ने भी हाथ खड़े कर दिए है, जिसके चलते लोगो को भारी जलभराव से जिंदगी को दांव पर रखकर गुज़रना पड रहा है। और उसमें भी मेले में आने श्रदालुओ की संख्या लाखो में है जिससे सारी प्रशासन की व्यस्थाये चरमरा गई है।

यहां बताते चलें कि मथुरा वृन्दावन नगर निगम के मेयर डॉ मुकेश आर्यबन्धु से लोगो को उम्मीदें थी कि अब नगर पालिका से नगर निगम बन गया है तो कुछ नया होगा मगर लोगो की उम्मीदे जब खत्म होती गई जब दो दिन की बारिश ने ही मथुरा शहर को जलमग्न कर दिया। और आने जाने वाले लोग इसको देखकर अचम्भे में पड गए कि ये मथुरा है। जबकि गुरु पूर्णिमा पर्व का नगर निगम को भी पता था फिर क्यों नही पहले व्यवस्था की गई जबकि सभी को अधिकारियो को जानकारी पहले से थी कि भीड़ तो होगी बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुये पहले से ही इंतजाम हो जाने चाहिए थे। लेकिन महापौर के कार्य की पोल दो दिन की बारिश में खुल गई जिस तरह से मथुरा का मुख्य मार्ग स्टेशन से बस स्टैंड आने वाले राश्ते के पुल के नीचे इतना पानी है कि लोगो की तो क्या बात करे गाड़ी भी डूब जाएंगी। अब देखना होगा कि मथुरा की जनता और आने वाले श्रदालुओ को प्रशासन किस तरह राहत दे पाता है।