एंटी करप्शन टीम एडी हेल्थ और बाबू के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया।
गोरखपुर। गोरखपुर एडी हेल्थ कार्यालय के कनिष्ठ लिपिक को एंटी करप्शन की टीम ने सदर रेलवे स्टेशन के समीप घूस लेते हुए रंगे हाथ दबोच लिया। पूछताछ में लिपिक ने इसमें एडी हेल्थ का भी नाम लिया। एंटी करप्शन टीम एडी हेल्थ और बाबू के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया।
कुशीनगर के तुर्कपट्टी थाना क्षेत्र के भेलया गांव के रहने वाले दिनेश मिश्र पुत्र स्व.उमाकांत मिश्र जिले के रामलक्षन स्थित न्यू प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर लैब टेक्नीशियन हैं। उनकी बेटी का विवाह 4 जुलाई को है। इसके लिए उन्होंने जीपीएफ ने साढ़े सात लाख रुपये लोन निकालने के लिए सीएमओ को प्रार्थना पत्र दिया। यहां से 23 मई को फाइल एडी हेल्थ गोरखपुर कार्यालय को भेज दिया गया।
एडी हेल्थ कार्यालय में तैनात कनिष्ठ लिपिक नुरुल हुदा ने 11200 रुपया घूस मांगा। कर्मचारी ने रुपये देने से मना किया। थकहार कर लैब टेक्नीशियन ने 29 मई को पांच हजार रुपया दिया। जिस पर अधिकारी ने 30 मई को जीपीएफ लोन पर आदेश कर दिया। इसके बाद बाबू शेष रुपया की मांग करने लगा। दिनेश ने इसकी शिकायत गोरखपुर डीएम से शिकायत की।
डीएम कार्यालय से एंटी करप्शन टीम के प्रभारी निरीक्षक बब्बन यादव का मोबाइल नम्बर मिला। पीड़ित ने भ्रष्टाचार निवारण इकाई से सम्पर्क कर प्रार्थना पत्र दिया। एंटी करप्शन एसपी अशोक कुमार तिवारी ने सोमवार को टीम बनाकर भेजा। दिनेश मिश्रा नेबाबू नुरुल हुदा से मोबाइल पर सम्पर्क किया तो वह ट्रेन से देवरिया आ रहे थे, जहां से गांव जाते। सदर रेलवे स्टेशन के गेट दिनेश ने नुरूल से मुलाकात की और ढाई हजार रुपया देने लगे।
एडी हेल्थ कार्यालय में तैनात कनिष्ठ लिपिक नुरुल हुदा ने 11200 रुपया घूस मांगा।
टीम ने बाबू को पकड़ लिया। टीम उन्हें लेकर कोतवाली आयी और पूछताछ शुरू की। उसने इसमें एडी हेल्थ के भी शामिल होने की बात कही। इस टीम ने आरोपी नुरुल हुआ निवासी गोविन्दपुर थाना रामपुर कारखाना और एडी हेल्थ के विरुद्ध सदर कोतवाली में तहरीर दी। कोतवाली पुलिस ने दोनों के विरुद्ध 7/13 (1) डी सहपठीत धारा 13(2) प्रोटेक्शन आंफ करप्शन एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया