Fraud Call : DoT की बड़ी कार्रवाई से स्कैमर्स में हड़कंप, 24 घंटे में 1.35 करोड़ फर्जी कॉल्स ब्लॉक

Fraud Call : DoT की बड़ी कार्रवाई से स्कैमर्स में हड़कंप, 24 घंटे में 1.35 करोड़ फर्जी कॉल्स ब्लॉक

Fraud Call : डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम (DoT) ने स्कैम कॉल्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए 24 घंटों में 1.35 करोड़ फर्जी कॉल्स ब्लॉक कर दिए। इस कदम से स्कैमर्स के नेटवर्क में खलबली मच गई है, और नागरिकों को धोखाधड़ी से बचाने में मदद मिली है। DoT ने नेटवर्क निगरानी को बढ़ाया।

Fraud Call : भारत में डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम (DoT) की ओर से उठाए गए त्वरित कदमों ने स्कैमर्स के बीच हड़कंप मचा दिया है। सरकारी विभाग ने हाल ही में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 24 घंटे के भीतर करीब 1.35 करोड़ फर्जी और धोखाधड़ी कॉल्स को ब्लॉक कर दिया। यह कदम मोबाइल नेटवर्क पर होने वाले विभिन्न प्रकार के फोन स्कैम्स से निपटने के लिए उठाया गया है, जिनमें मुख्य रूप से बैंकिंग और वित्तीय धोखाधड़ी के कॉल्स शामिल हैं।

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ब्लॉक किए गए कॉल्स की संख्या में आश्चर्यजनक वृद्धि

DoT द्वारा यह कार्रवाई एक नई तकनीकी पहल का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य नागरिकों को स्कैम और फ्रॉड कॉल्स से बचाना है। विभाग के अधिकारियों के अनुसार, इन 1.35 करोड़ कॉल्स में से अधिकांश कॉल्स किसी प्रकार के धोखाधड़ी के प्रयास थे, जैसे कि फर्जी बैंक ऑफर, क्रेडिट कार्ड फ्रॉड, लॉटरी जीतने का झांसा और अन्य प्रकार के वित्तीय धोखे।

इस कदम से स्कैमर्स के नेटवर्क में भारी disruption आया है और उनकी अवैध गतिविधियां काफी हद तक रुक गई हैं। DoT ने इसके लिए विशेष तकनीकी टूल्स और इंटेलिजेंस सॉफ़्टवेयर का इस्तेमाल किया, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सका कि सैकड़ों लाखों की संख्या में फर्जी कॉल्स को तुरंत ब्लॉक किया जाए।

स्कैमर्स की नकल की तकनीक पर कड़ा प्रहार

स्कैमर्स द्वारा आमतौर पर इस्तेमाल की जाने वाली तकनीक, जिसे ‘Caller ID Spoofing’ कहा जाता है, पर भी DoT ने कड़ा प्रहार किया है। इस तकनीक के जरिए स्कैमर्स अपनी पहचान छुपाने के लिए कॉलर ID को बदलते हैं, जिससे लोग उन्हें असली कंपनियों या सरकारी विभागों का प्रतिनिधि समझकर कॉल्स का जवाब देते हैं। इस प्रौद्योगिकी को पहचानने और रोकने के लिए DoT ने नेटवर्क पर निगरानी को बढ़ा दिया है।

इसके अलावा, मोबाइल नेटवर्क ऑपरेटरों को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने नेटवर्क पर होने वाली संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखें और उन्हें तुरंत ब्लॉक करें। इससे स्कैम कॉल्स की संख्या में तेजी से गिरावट आई है, और उपभोक्ताओं को कुछ हद तक राहत मिली है।

जन जागरूकता की आवश्यकता

हालांकि DoT की यह कार्रवाई प्रभावी रही है, फिर भी स्कैमर्स पूरी तरह से हार मानने वाले नहीं हैं। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इन फर्जी कॉल्स को रोकने के लिए तकनीकी समाधान जरूरी हैं, लेकिन जन जागरूकता भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। सरकार ने उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे किसी भी अनजानी कॉल पर व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें और फर्जी कॉल्स की रिपोर्ट संबंधित अधिकारियों को करें।

इसके अतिरिक्त, विशेषज्ञों ने सुझाव दिया है कि उपभोक्ताओं को कॉल करने वाले नंबरों को लेकर सतर्क रहना चाहिए, विशेषकर उन नंबरों से जो देशी या विदेशी हो सकते हैं, और जो किसी आधिकारिक एजेंसी या बैंकिंग संस्थान से संबंधित नहीं होते।

भविष्य में क्या होगा?

DoT के इस कदम से उम्मीद जताई जा रही है कि देश में स्कैम कॉल्स की संख्या में और कमी आएगी। विभाग ने अपनी योजनाओं में इस अभियान को और विस्तारित करने का इरादा भी जताया है, ताकि अगले कुछ महीनों में और अधिक प्रभावी तरीके से फर्जी कॉल्स को रोका जा सके।

इस प्रकार, DoT की यह कार्रवाई एक अहम दिशा में एक ठोस कदम साबित हुई है, जो देश के करोड़ों उपभोक्ताओं को स्कैमर्स से बचाने में मददगार साबित हो सकती है।

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