अस्पताल में मौजूद मरीजों ने इंजेक्सन के नाम पर 20-20 रुपये लेने और बाहर से दवाएं लिखने का आरोप लगाया
रिपोर्ट-अनुराग दीक्षित –
हरदोई,भरखनी। ब्लाक मुख्यालय में स्थित स्वास्थ्य केंद्र भरखनी की हालत काफी दयनीय है। स्थित यह है कि यँहा कोई भी कर्मचारी नियमित नही आते। एक बाहरी व्यक्ति डॉक्टर की कुर्सी पर बैठता है जो मरीजो को देखता है और मरीजो से प्रति इंजेक्सन 20 रुपये लेता है। यँहा एम.बी.बीएस. डॉक्टर तो पदस्थापित नहीं है। यहां का चार्ज डॉ आनंद शुक्ल के पास है जो पाली में बैठते हैं भरखनी कभी नही आते।
फार्मासिस्ट देवेन्द्र प्रताप ने बताया कि यहाँ रोजाना 70 से 80 मरीज आते हैं। महीने में करीब 3000 मरीज तक हो जाते हैं। स्टाफ में वार्ड बॉय अभिषेक, एल टी चरण सिंह, स्वीपर अशोक, एएनएम मंजुलता, लाली हैं। जिनमें देवेन्द्र प्रताप सिंह फार्मासिस्ट, और वार्ड बॉय अभिषेक के आलावा कोई उपस्थित नही मिला। अनुपस्थित कर्मचारियों के बारे में पूछे जाने पर कोई सटीक जबाब नही नहीं मिला। अस्पताल में मौजूद मरीज शाहिदा, नशरीन, रामबहोरन, जयबीर, अवनीश, धनेश आदि ने इंजेक्सन के नाम पर 20 रुपये और बाहर से दवाएं लिखने का आरोप लगाया। यह भी आरोप लगाया कि उसी बाहरी व्यक्ति द्वारा मरीजों को इंजेक्सन लगाये जाते हैं। शनिवार को हमारे संवाददाता ने पीएचसी पहुँच कर स्थित का जायजा लिया जहाँ कुछ अजीबो गरीब मामले सामने आये।
समय 11:30 बजे, ओपीडी

ओपीडी के बाहर और अंदर मरीज जमीन में बैठ कर अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे मरीजों ने बताया कि यँहा दाद खाज का मलहम तक उपलब्ध नहीं है। ओपीडी में डॉ की सीट पर कोई बाहरी व्यक्ति बैठा था। पास की सीट पर फार्मासिस्ट देवेन्द्र प्रताप सिंह मौजूद थे।
समय करीब 12 बजे

ए.एन.एम. कक्ष की स्थिति कुछ अजीबो-गरीब दिखी जहां कुझ बाहरी व्यक्ति बैठे हुए थे जिनके पास से शराब की गंध आ रही थी। पूरे कक्ष में समान बिखरा पड़ा था। पूछने पर बताया कि इसी कक्ष में ए.एन.एम. बैठती हैं।
समय 12:30 बजे, प्रसव कक्ष जिसमें ताला पड़ा हुआ था

समय करीब 1 बजे, टीकाकरण कक्ष

कक्ष में ताला पड़ा हुआ था बाहर जमीन पर कई मरीज बैठे हुए थे। मरीजों ने बताया कि टीकारण के लिए आये हैं ए.एन.एम. भी नहीं हैं अब हम जाए तो कंंहा जाए।