97 हस्तशिल्पियों को प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत लोन दिया गया। 30 हस्तशिल्पियों को लखनऊ में राष्ट्रपति के हाथों ऋण प्रमाण पत्र मिला।
गोरखपुर । ओडीओपी योजना के तहत चयनित टेराकोटा हस्तशिल्पियों का लखनऊ से लेकर गोरखपुर तक सम्मान हुआ। लखनऊ में राष्ट्रपति और मुख्यमंत्री ने तो गोरखपुर में प्रभारी मंत्री के हाथों 97 हस्तशिल्पियों को 5 करोड़ से अधिक का ऋण दिया गया। वहीं गुलरिहा में शिल्पकार नागेन्द्र और सुनीता ने रिकार्ड वीडियो के जरिए राष्ट्रपति से अपने अनुभवों को साझा किया।
टेराकोटा कला को नई ऊंचाई और पहचान देने के लिए 97 हस्तशिल्पियों को प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत लोन दिया गया। 30 हस्तशिल्पियों को लखनऊ में राष्ट्रपति के हाथों ऋण प्रमाण पत्र मिला। वहीं सात हस्तशिल्पियों को जीडीए सभागार में गोरखपुर के प्रभारी मंत्री धर्मपाल सिंह और 60 को गुलरिहा बाजार में लोन का प्रमाण पत्र दिया गया। जीडीए सभागार में आयोजित कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि टेराकोटा कला गोरखपुर का विश्व में नाम ऊंचा कर रहा है। इस कला को आगे बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार पूरी तरह संकल्पबद्ध है।
इसी के तहत मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी ओडीओपी योजना में टेराकोटा कला को चुना गया है। हस्तशिल्पी मिलने से वाले लोन से इस कला को आधुनिकता के साथ आगे बढ़ाएंगे। टेराकोटा शिल्प से लोगों को रोजगार मिलेगा और महानगरों को पलायन भी रूकेगा। कार्यक्रम में मौजूद डीएम के विजयेंद्र पांडियन ने कहा कि टेराकोटा कला से जुड़े हस्तशिल्पियों की समस्याओं का निदान कराया जा रहा है।
उपायुक्त उद्योग पूजा श्रीवास्तव ने टेराकोटा के बारे में बताया। विधायक महेंद्रपाल सिंह और विधायक विपिन सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार ने अस्त हो रहे कला को नया जीवनदान दिया है। गोरखपुर का टेराकोटा शिल्प की धमक पूरे दुनिया में नजर आयेगी। इस दौरान महानगर अध्यक्ष राहुल श्रीवास्तव, उपसभापति जितेन्द्र सैनी, पार्षद राजेश तिवारी, अजय राय, ऋषि मोहन वर्मा आदि मौजूद रहे।