माँ को गले लगाकर फूट फूट कर रोये डॉ कफील, कहा मैं मानसिक रूप से टूट चुका हूँ

डा. कफील खान को 25 अप्रैल को हाईकोर्ट ने जमानत दी थी, वह दो सितम्बर 2017 से जेल में थे

गोरखपुर। दस अगस्त-17 को बीआरडी मेडिकल कालेज गोरखपुर में हुए आक्सीजन कांड में गिरफतार किए गए बाल रोग विभाग के प्रवक्ता एवं एनएचएम के नोडल प्रभारी रहे डा. कफ़ील अहमद खान जमानत मिलने के बाद आज रात जेल से रिहा हो गए। जेल से बाहर निकलते ही वह अपनी पत्नी डा. शबिस्ता से लिपटकर रोने लगे, लोगो ने उन्हें पकड़कर समझाया और ढांढस बंधाया।

डॉ कफील जैसे ही अपने घर पहुँचे माँ को देखकर उनकी आंखों में आंसू छलकने लगे माँ से लिपटकर वो फुट फुट कर रोने लगे,माँ ने भी उन्हें ढाढस बधाया। माँ बेटे की इस सजिन्दगी से वहाँ मौजूद लोगों के भी आंखे नम हो गई।

जेल के बाहर सैकड़़ों लोगों ने उनका स्वगत किया। ये लोग शाम पांच बजे से ही मंडलीय कारागार गोरखपुर के बाहर एकत्र थे और डा. कफील अहमद खान को जेल से रिहा होने का इंतजार कर रहे थे। ये लोग “डा कफील खान इज बैक”, “डा कफील खान इज रियल हीरो”, “डा कफील सच्चा रक्षक”, “डा. कफील सच्चे भारतीय” लिखे बैनर व पोस्टर लिए हुए थे। इन लोगों ने डा. कफील को माला भी पहनाई।

जेल से रिहा होने के बाद डा। कफ़ील को वहां मौजूद मीडिया कर्मियों ने घेर लिया और सवाल पूछने लगे। उन्होंने कहा कि वह मानसिक रूप से टूट गए हैं और शारीरिक रूप से बीमार हैं। उन्होंने कहा-मै घर जाना चाहता हूं और मां को गले लगाना चाहता हूं। मै आराम से सोना चाहता हूं। आठ महीने किस तरह जिंदगी गुजरी है, मै ही जानता हूं, मेरी पूरी फेमिली टूट गई है, इस दौरान मैने अपने परिवार की बहुत कमी महसूस की है।

उन्होंने कहा कि जेल के आठ महीने उनके लिए भयानक रहे हैं जिसे वह कभी भूल नहीं सकते। ये अनुभव बेहद पीड़ादायक हैं। उन्हें हार्ड कोर क्रिमिनल के बीच बैरक में में दयनीय स्थिति में रखा गया।

उन्होंने का कि मैने उस रात वही किया जो कोई डाॅक्टर, पिता और हिन्दुस्तानी करता। मैने बच्चों की जान बचाने की कोशिश की थी। मीडिया ने ऐसा करते मुझे देखा था। कृपया अब मुझे आक्सीजन कांड का आरोपी लिखना बंद कर दीजिए।

डा. कफील ने कहा कि वह नहीं जानते कि उनके खिलाफ क्यों जांच की गई, एफआईआर दर्ज करायी गई और उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही शुरू की गई जबकि मैने कोई गलत काम नहीं किया था।

उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट ने जमानत के आदेश में कहा कि उनके खिलाफ सरकार कोई सुबूत नहीं पेश कर पाई।

उन्होंने समर्थन देने वालें लोगों और सोशल मीडिया पर कैम्पेन चलाने वाले लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया।