अपनी जरूरते पूरी करने के लिए ये गैंग ट्रेनों में बनाता था लोगो को अपना निशाना

गोरखपुर। जरूरते पूरी करने वाला गैंग, ट्रेनों में यात्रियों को बनाता था, गैंग निशाना, ट्रेनों में बड़े आराम से समानो को लेकर हो जाता था, रफूचक्कर, ट्रेनों में लोगो के जेब पर लगा कर चम्पत हो जाते थे, फरार, अगर आप ट्रेन में सफर कर रहे है, तो थोड़ा सावधान हो जाइए, क्योकि कभी भी आप भी हो सकते है, इनके शिकार, जी हां गोरखपुर के जीआरपी ने एक एसे गैंग को धर दबोचा है, जो ट्रेनों में प्लेटफार्मो पर चोरी, जहरखुरानी और पाकेट मारी करते थे, इस गैग को पकड़ कर जीआरपी अब थोड़ी राहत की सांस ले रही है |

गोरखपुर के जीआरपी ने एक एसे गैंग का खुलासा किया है, जो सक्रीय होकर लोगो के समानो को चुरा कर फरार हो जाते थे, ये गैंग लोगो को जहरखुरानी का शिकार भी बनाते थे, ये गैंग लोगो के पाकेट को मार कर गायब हो जाते थे | गोरखपुर जीआरपी के शिकंजे में फसे ये तीन शातिर चोर बिहार और कैम्पीयरगंज के है, बाकी पुलिस के गिरफ्त से भागने में कामयाब हो गए, इनके पास से तकरीबन 180 ग्राम नजायज नशीला पावडर, एक अदद पिलास, एक मोबाइल, 17 सौ रूपये नगद और 23 अदद सिम कार्ड अलग अलग कम्पनियों के बरामद हुए है, ये बड़े आराम से ट्रेनों में घुस कर सोये हुए यात्रियों को अपना शिकार बनाते थे, और प्लेड से किसी के भी जेब को काटकर उसका पाकेट मार कर फरार हो जाते थे | तमाम शिकायतों के बाद जब एसपी जीआरपी ने एक टीम बनाई और इस सक्रिय गैंग के पीछे लगाया तो पुलिस को ये 3 शक्स मिल गए, बाकी भागने में कामयाब हो गए, लेकिन इन तीनो से पूछ ताछ में पता चला, कि बाकी गैंग के सदस्यो में से 2 बिहार, 2 कुशीनगर और एक महराजगंज का रहने वाला है, और उसकी गिरफ्तारी के लिए टीमे लगा दी गई है, और जल्द ही उनकी भी गिरफ्तारी हो जायेगी | पुलिस की माने तो पकड़े गये आरोपियों में एक का अपराधिक इतिहास भी है, और जो बाकी फरार है, उनमे से भी तीन का अपराधिक इतिहास है, और बाकी बिहार से अभी जानकारी नहीं मिली है, लेकिन एसपी जीआरपी की माने तो सभी के अपराधिक इतिहास जरुर है, जिनकी जानकारी वो जुटा रहे है |

पकडे गए आरोपियों में मेन सरगना वृजेश साहनी ने बताया कि वो पहले इस तरह का काम करता था, और ब्लेड से जेब को काट लेता और ट्रेनों में सो रहे यात्रियों के सामान को लेकर फरार हो जाता था, बिहार का रहने वाला ये चोर पहले भी जेल में जा चुका है, और इस बार अब वो सुधरने का दावा कर रहा है, कि मैने ये काम छोड़ दिया है, और उसका परिवार है, वो काम करके अपने परिवार का पालन पोषण करता है, लेकिन पुलिस के पास इसके चोरी का पुक्ता सबूत है |

अगर आप ट्रेने में सफर कर रहे है, तो अब थोड़ा सावधा जरुर हो जाये, और एसे चोरो से थोड़ा सतर्क रहे, क्योकि इस तरह के लड़के कभी भी आपको अपना शिकार बना कर अपना सामान लेकर रफूचक्कर हो जायेंगे, और आपको पता भी नहीं चलेगा, फिलहाल अब इस गैंग के तीन सदस्य सलाखों के पीछे है, और अपने गुनाहों की सजा काटने के लिए जा रहे है |