प्रतिदिन 100 गरीब घरों में 30 दिनों तक 3 नीबू व 3 किलों बर्फ पहुंचाने का लक्ष्य
गोरखपुर। मुकद्दस रमजान का आगाज हो चुका है। कई रोजे गुजर चुके है। गर्मी की शिद्दत है। धूप तेज है। इस गर्मी में पंद्रह घंटे बिना कुछ खाये-पीये रोजा रहना कोई मामूली बात नहीं है। इस चिलचिलती गर्मी में शहर के कुछ नौजवानों के जज्बे को सलाम जिन्होंने इस गर्मी के रोजे में प्रतिदिन 100 गरीब परिवारों का गला तर करने की ठानी है। पहली रमज़ान से मोहल्ला रहमतनगर के नौजवान हर शाम 5:30 बजे जामा मस्जिद रहमतनगर पर जमा होते है और जरूतमंदों को मुफ्त में 3 नीबू व 3 किलो बर्फ बांटते हैं। जिसकी शुरुआत पहले रोजे से हो चुकी है।
अली गजनफर शाह बताते है कि जरूरतमंदों की मुफलिसी गला तर करने में आंड़े न आए इसके लिए रमजान में पिछले तीन-चार सालों से अनोखा प्रयास जारी है। सरफराज उर्फ किशमिश के नेतृत्व में आसिफ, अली अशहर, आसिफ, इफ्तेखार, आजाद, अली नुसरत शाह, तौसीफ अहमद, एजाज खान शाम के वक्त जरूरतमंदों में नीबू व बर्फ बांटते है। जो खुद आता है उसे मस्जिद पर दे दिया जाता हैऔर जो आने में असमर्थ रहते हैं उन्हें घर तक पहुंचा दिया जाता है।
करीब सौ परिवार के प्रति आदमी को 3 नीबू व 3 किलो बर्फ दिया जाता है। प्रतिदिन सौ से अधिक लोगों को इसका लाभ मिलता है। रहमतनगर के अलावा खोखरटोला, खूनीपुर, साहबगंज, मिर्जापुर से भी लोग आते हैं। इस अभियान का सारा खर्चा सरफराज उठाते है। यह अभियान ऐसे ही पूरे तीस रोजे तक चलेगा।