बीएसए एक्शन में,औचक निरीक्षण में गायब मिले कर्मचारियों की सैलरी रोकी

बीएसए ने छात्राओं से बातचीत कर भी सुविधाओं का जायजा लिया। छात्राओं ने वहां मिल रही सुविधाओं से संतुष्टि जताई।

गोरखपुर । जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने मंगलवार की सुबह 10 बजे जंगल कौडिय़ा बीआरसी (ब्लॉक रिसोर्स सेंटर) का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान बीआरसी बंद पाया गया। बीएसए ने वहां कार्यरत दो परिचारकों का एक दिन का वेतन व कंप्यूटर आपरेटर व लेखाकार का एक-एक दिन का मानदेय रोकने का निर्देश दिया है।

बीएसए सुबह 10 बजे जंगल कौडिय़ा बीआरसी पहुंच गए। उन्होंने वहां ताला बंद देखा। पूछताछ करने पर पता चला कि कोई वहां नहीं आया है। इस बात पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने परिचारक मो. इरफान व अशोक कुमार का एक दिन का वेतन रोकने का निर्देश दिया। इसी प्रकार कंप्यूटर आपरेटर आलोक कुमार सूरज व लेखाकार सुधांशु मिश्र का एक दिन का मानदेय रोक दिया गया।

बीआरसी बेसिक शिक्षा परिषद की एक महत्वपूर्ण कड़ी है। कोई योजना चलानी हो या शिक्षकों से संबंधित कोई काम करना हो, बीआरसी की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। यहीं से संबंधित ब्लॉक के सभी विद्यालयों की गतिविधियां संचालित होती हैं। सुबह 10 बजे तक कार्यालय न खुलने को गंभीर लापरवाही माना जा रहा है।

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी  कैंपियरगंज क्षेत्र के दो कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में जांच करने भी पहुंचे। उन्होंने कैंपियरगंज धरमपुर व जंगल विलेज कस्तूरबा विद्यालयों का निरीक्षण किया। निरीक्षण में साफ-सफाई से लेकर अन्य व्यवस्थाओं पर उन्होंने संतोष व्यक्त किया। निरीक्षण के दौरान कक्षाएं संचालित मिलीं। छात्राओं की उपस्थिति भी 90 फीसद से अधिक रही। बीएसए ने छात्राओं से बातचीत कर भी सुविधाओं का जायजा लिया। छात्राओं ने वहां मिल रही सुविधाओं से संतुष्टि जताई।