कबीर मठ का दिसम्बर तक हो जाएगा जीर्णोद्धार, मगहर बनेगी पर्यटन स्थली

केंद्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय ने हेरिटेज प्लान में मगहर को पर्यटन स्थली के रूप में विकसित करने के लिए 24 करोड़ रुपये दिए

गोरखपुर। कबीर की परिनिर्वाण स्थली मगहर जल्द ही शानदार पर्यटन स्थली का रूप लेगी। इसके विकास पर पर्यटन विभाग 24 करोड़ रुपये खर्च कर रहा है। इसी के साथ यूपी सरकार ने कबीर मठ, समाधि व गुफा की जीर्णोद्धार के लिए सवा करोड़ रुपये जारी किए हैं। छह महीने में जीर्णोद्धार का काम पूरा हो जाएगा।

केंद्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय ने हेरिटेज प्लान में मगहर को पर्यटन स्थली के रूप में विकसित करने के लिए 24 करोड़ रुपये दिए थे। अब पीएम की निगाह में यह स्थली आने के बाद यहां के विकास कार्यों में तेजी आ गई है। पर्यटन विभाग की देख रेख में यहां खाली पड़ी करीब आठ एकड़ जमीन अधिग्रहित कर ली गई है। इसकी बाउंड्री का काम करीब 70 फीसदी तक पूरा हो गया है। यहां की पूरी जमीन पर हरियाली विकसित की जाएगी।

ऑडिटोरियम, कान्फ्रेंस हॉल, कैफेटेरिया बनेगी। पूरा परिसर सोलर लैंप से आच्छादित होगा। एक वीआईपी पार्किंग परिसर के अंदर बनेगी जबकि दूसरा आम पार्किंग गेट के पास बनेगी। कबीर चौरा के पास भव्य गेट बनेगा। इसके अलावा परिसर में मौजूद सभी केन्द्रों के ग्लोशाइन बोर्ड लगेंगे। कबीर पर आधारित साउंड और लाइट शो भी यहां प्रति दिन आयोजित होंगे।

क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी रवीन्द्र कुमार मिश्र का कहना है कि 2019 तक सभी निर्माण कार्य पूरे कर मगहर को एक विकसित पर्यटन स्थली का दर्जा दे दिया जाएगा। कोशिश होगी कि यहां अधिक से अधिक पर्यटक आएं और हमारे पूर्वांचल के महापुरुषों व महान संतों के व्यक्तित्व व कृतित्व से भली भांति परिचित हों। पर्यटकों के आने से मगहर कर दशा व दिशा दोनों बदलेगी।

पर्यटन अधिकारी ने बताया कि कबीर मठ, गुफा व समाधि स्थल का संरक्षण की दृष्टि से जीर्णोद्धार का काम कार्य दायी संस्था यूपी प्रोजेक्ट कार्पोरेशन लिमिटेड को दी गई है। इन स्थलों पर ऐसे कार्य कारए जाएंगे, जिससे भवन व सभी स्थल आने वाले कई वर्षों तक संरक्षित रहें। यह काम छह महीने में पूरा होना है। यानि दिसंबर-2018 तक जीर्णोद्धार का काम पूरा कर लिया जाएगा।