मस्जिद व मदरसों में हुई दुआख्वानी
गोरखपुर। काजी-ए-हिन्दुस्तान हुजूर ताजुश्शरिया हजरत मुफ्ती अख्तर रजा खां अजहरी मियां अलैहिर्रहमां के जनाजे में शामिल होने के लिए अकीदतमंदों के कई काफिले शनिवार की शाम गोरखपुर से बरेली के लिए रवाना हुए। काफिले में विभिन्न मस्जिदों के इमाम, मदरसों के शिक्षक, तहरीक दावत-ए-इस्लामी हिन्द के सदस्य व अामजन शामिल थे।
बताते चलें कि सुन्नी बरेलवी मुसलमानों के अजीम पेशवा व विश्वविख्यात धर्मगुरु हुजूर ताजुश्शरिया का इंतकाल शुक्रवार की शाम बरेली में हो गया। उनकी नमाज-ए-जनाजा बरेली में 22 जुलाई रविवार को सुबह 10 बजे अदा की जाएगी। बरेली जाने वालों में मनौव्वर अहमद, अलाउद्दीन निजामी, मौलाना मो. ताहिर, हाफिज नजरे आलम कादरी, मुफ्ती अख्तर हुसैन अजहर मन्नानी, मुफ्ती मोहम्मद अजहर शम्सी, मौलाना असलम रज़वी, कारी सरफुद्दीन, मो. आजम, हाफिज रेयाज अहमद, कारी अनीस, कारी अंसारुल हक कादरी, कारी शराफत हुसैन, मौलाना नूरुलहोदा बरकाती, मौलाना शौकत अली नूरी, मौलाना जावेद अख्तर, हाफिज मो. शमसुद्दीन, हाफिज अबूजर नियाजी, कारी सफीउल्लाह, अशरफ निजामी, आसिफ, कारी शमसीर अहमद, मौलाना मुबारक अली, हाफिज कासिम अली, अहमद निजामी, मौलाना मसरूफ, कारी जलालुद्दीन, रेयाजुद्दीन सहित तमाम लोग शामिल हैं।
वहीं शनिवार को मदरसा जियाउल पुराना गोरखपुर गोरखनाथ, जामिया रजविय मेराजुल उलूम चिलमापुर व शुक्रवार की देर रात मदरसा दारुल उलूम हुसैनिया दीवान बाजार में कुरआन ख्वानी, दुआ ख्वानी व शोकसभा हुई। शोकसभा में मौलाना नूरुज्जमा मिस्बाही, मुफ्ती अख्तर हुसैन, मौलाना जमील अख्तर मिस्बाही, मुफ्ती खुर्शीद अहमद मिस्बाही, मौलाना निजामुद्दीन, मौलाना जहांगीर अजीजी ने हुजूर ताजुश्शरिया की जिंदगी पर रोशनी डाली। नूरी मस्जिद तुर्कमानपुर में बाद नमाज असर कुल शरीफ, दुआख्वानी व शोकसभा हुई। जिसमें मौलाना असलम रज़वी ने हुजूर ताजुश्शरिया के दीनी व दुनियावी खिदमात को बताया। अंत में कुल शरीफ की रस्म अदा कर हुजूर ताजुश्शरिया के लिए खास दुआख्वानी की गयी। इस मौके पर मुनव्वर अहमद, अहमद फराज, मुंशी रजा, शाह फैसल, इब्राहीम अत्तारी, मो. शमीम, तनवीर अहमद, मो. समीर, हाजी नबी हुसैन, नूरी फैसल, हाजी शाह आलम, हाजी शब्बीर आदि मौजूद रहे।