गोरखपुर। अल-बरकात व नौजवान कमेटी के तत्वावधान में गुरुवार को ईदगाह रोड बेनीगंज में ‘अज़मत-ए-मेराज-ए-मुस्तफा’ जलसा हुआ। अध्यक्षता कारी मो. शाबान बरकाती ने व संचालन कारी जाकिर हुसैन ने किया। मुख्य अतिथि महराजगंज के मौलाना गुलाम मोहिउद्दीन ने कहा कि अल्लाह और रसूल (हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहौ अलैही वसल्लम) के जिक्र की यह महफिल सभी महफिलों से बेहतर है। इसकी बरकत से अल्लाह अपने बन्दों की मग़फिरत फरमा देता है। उन्होंने कहा कि रसूल-ए-पाक की शान बड़ी अज़मत वाली है। हम उस रसूल के मानने वाले हैं जिसको अल्लाह ने तमाम नबियों व रसूलों का सरदार बनाकर भेजा। अल्लाह ने अपने महबूब रसूल को मेराज शरीफ में अपना दीदार कराया, कलाम किया और नमाज का तोहफा दिया। नमाज मोमिन बंदे के लिये मेराज है। नमाज दीन का स्तून है। नमाज रसूल-ए-पाक के आंखों की ठंडक है। उन्होंने लोगों से नमाज की पाबन्दी के साथ सुन्नत-ए-रसूल के मुताबिक जिन्दगी गुजारने और नेकी व सच्चाई के रास्ते पर चलने की ताकीद की। अंत में सलातो सलाम पढ़कर मुल्कों मिल्लत के लिए दुआ की गयी।
इस मौके पर हाफिज अफजल बरकाती, मौलाना फिरोज, कारी महफूज आलम, कारी खुर्शीद आलम, बब्बू, अच्छे मियां, इसरार अहमद, लल्लन, अकबर अली, अफरोज, फिरोज, फहीम, शादाब, इरफान, मेराज, सैयद आमिर, शफी अहमद, कारी खैरूल वरा, मौलाना फैजुल्लाह, मौलाना शम्सुल हक आदि मौजूद रहे।