अतिक्रमण की जद में आये दुकानदारों ने नगर निगम के अधिकारियों पर मनमानी का आरोप लगाया है।
गोरखपुर । गोरखपुर-महराजगंज फोरलेन में बाधक बन रहे पक्के निर्माण को लेकर नगर निगम ने व्यापक अभियान चलाया। जिसमें दो दर्जन से अधिक टीन शेड और पक्के निर्माण को ध्वस्त कर दिया गया। कई जगहों पर टीम को विरोध का सामना करना पड़ा और लोगों से नोकझोंक भी हुई।
नगर निगम की टीम संयुक्त नगर आयुक्त सुमित कुमार के नेतृत्व में दोपहर बाद विष्णु मंदिर पहुंची। टीम ने विष्णु मंदिर से लेकर शाहपुर मोड़ तक अतिक्रमण के खिलाफ जोरदार अभियान चलाया। टीम के पहुंचते ही ठेला-खोमचा वालों में अफरा-तफरी मच गई। अतिक्रमण करने वालों को पहले चेतावनी दी गई और फिर कार्रवाई शुरू हो गई।
नाराज दुकानदारों का कहना था कि कार्रवाई के पहले निगम द्वारा नोटिस नहीं दिया गया और अचानक से तोडफ़ोड़ शुरू कर दी गई।
टीम ने विष्णु मंदिर से अभियान की शुरुआत की। वहां से लेकर शाहपुर मोड़ तक बहुत से दुकानदारों ने सड़क की दोनों पटरियों पर अवैध निर्माण कर लिया था। टीम ने अवैध निर्माण को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया। फोर्स को देख दुकानदार विरोध की हिम्मत नहीं जुटा सके। इस दौरान टीम ने 11 टीनशेड, 40 गुमटियां और 22 होर्डिग को सड़क से हटाया। दूसरी तरफ बहुत से लोग अपनी-अपनी गुमटी लेकर भागते नजर आए।
इस बार निगम दस्ता किसी को बक्शने के मूड में नजर नहीं आ रहा था। जहां भी अतिक्रमण नजर आया उसे तोड़ दिया गया। संयुक्त नगर आयुक्त सुमित कुमार ने बताया कि चेतावनी देने के बावजूद सड़क से अतिक्रमण नहीं हटाया गया। मंगलवार को सिर्फ अवैध निर्माण ध्वस्त किया गया है। आगे से जुर्माना भी वसूला जाएगा।
अतिक्रमण की जद में आये दुकानदारों ने नगर निगम के अधिकारियों पर मनमानी का आरोप लगाया है। नाराज दुकानदारों का कहना था कि कार्रवाई के पहले निगम द्वारा नोटिस नहीं दिया गया और अचानक से तोडफ़ोड़ शुरू कर दी गई।