गोरखपुर। पाकिस्तानी आतंकी संगठन “लश्कर-ए-तैयबा” से संपर्क करने के आरोप में शहर के दो बड़े व्यापारी भाइयों की गिरफ्तारी से हड़कंप मच गया है व्यापारी भाइयों से पूछताछ के बाद दुकान के 6 से ज्यादा कर्मचारियों को हिरासत में लिया गया है कर्मचारियों ने व्यापारी के कई करीबी लोगों के नाम बताए हैं जिनकी तलाश में छापेमारी की जा रही है एटीएस को मोबाइल लैपटॉप से भी कई सुराग हाथ लगे हैं।
बलदेव प्लाजा स्थित मोबाइल की दुकान नइम एंड संस पर भारी पुलिस बल ने छापा मारा था यहां से नइम के दो बेटे नसीम और रईस अरसद बॉबी को गिरफ्तार किया गया था पहले व्यापारी से आयकर या सेल्स टैक्स का छापा समझ रहे थे मगर उन्हें जब यह पता चला कि दोनों भाइयों के आतंकी संगठन के लिए काम करने की पुष्टि हुई है तो उन में हड़कंप मच गया एटीएस ने दोनों भाइयों से पूरी रात पूछताछ करने के बाद खोराबार के पांडे टोला निवासी दयानंद यादव को भी गिरफ्तार किया आरोप है कि दयानंद व्यापारी बंधुओं के कहने पर बैंक अकाउंट में रुपए में आता था तीनों से पूछताछ के बाद पुलिस ने मोहद्दीपुर में ठेला लगाने वाले बिहार निवासी एक अन्य व्यक्ति को हिरासत में लिया है उससे पूछताछ चल रही है ।
नेपाल से जुड़े हैं तार गिरफ्तार लोगों के तार नेपाल से जुड़े होने की पुष्टि हुई है इसमें नेपाल के भी कुछ नागरिक शामिल रहे हैं जिनकी तलाश में बॉर्डर पर पुलिस को अलर्ट कर दिया गया एस भी इनकी पहचान और तलाश में लगी है।
करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं दोनों भाई
गांधी गली के अपार्टमेंट में रहने वाले नसीम और नइम अरसद करोड़ों रुपए के मालिक हैं 3 साल के अंदर दोनों भाइयों ने शहर के प्रमुख बाजार बलदेव प्लाजा में बड़ा शोरूम खोलने के साथ ही रेती रोड पर भी दुकान ली थी उनकी एक अन्य दुकान और शहर का फासला का कह जाने हरि ओम नगर में आलीशान मकान का निर्माण चल रहा है
नाम बदलकर रहता था मास्टरमाइंड
आतंकी संगठन के से जुड़े रहे मास्टरमाइंड कुशीनगर का रहने वाला है वह अपना नाम बदलकर रहता था मुशर्रफ अंसारी ने अपना नाम निखिल राय रखा था यहां तक कि उसके दोस्त और करीबी भी उसे निखिल के नाम से ही जानते थे