व्यापारियों ने सरकार से स्टॉक को खत्म करने व बाजार में पड़ी उधारी की वसूली के लिए माँगा एक साल का समय
मथुरा। यू पी सरकार के प्लास्टिक बंद के आदेश के विरोध में सड़कों पर उतरे कारोबार से जुड़े व्यापारी डी एम कार्यालय के समीप धरने पर बैठे प्लास्टिक के सामान संबंधी कानून को वापस लेने की कि माँग उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के बैनर तले चल रहा है।
व्यापारियों ने कहा की उत्तर प्रदेश में इस समय जो सरकार है वह भाजपा की सरकार है जो की दावा करती है की फुटपाथ, ढकेल व छोटे मोटे व्यापारियों को रोजगार देती है एक जिओ के माध्यम से पता चला है की बारह विभाग के अधिकारियो को जो अध्यादेश मिला है की किसी भी दूकान और किसी भी घर में चेकिंग के लिए घुस सकते है सर्वाधिकार मिला है “हमें ऐसा काला कानून मंजूर नहीं है”
व्यापारियों ने सरकार को जगाते हुए कहा, सरकार ने अगर व्यापरियों के हितो की अनदेखी की तो व्यापारी सडको पर उतरने को मजबूर होंगे उन्होंने स्टॉक को खत्म करने व बाजार में पड़ी उधारी की वसूली के लिए एक साल का समय माँगा है। प्लास्टिक के दोना प्लेट गिलास की फैक्ट्री से जुड़े हैं सैकड़ो मजदूरो के रोजी रोटी का संकट पैदा होने से भुखमरी के कगार पर है मजदूरों के परिवार।