पॉलीथिन प्रतिबंध के बाद भी पॉलीथिन के प्रयोग पर अब सिर्फ छापेमारी और जब्ती नहीं बल्कि जेल भी भेजा जाएगा – डीएम के. विजयेन्द्र पाण्डिय
गोरखपुर। पॉलीथिन पर पूरी तरह से प्रतिबंध के बाद भी खुलेआम में पॉलीथिन के प्रयोग पर डीएम ने कहा कि अब सिर्फ छापेमारी और जब्ती नहीं बल्कि जेल भी भेजा जाएगा। डीएम के. विजयेन्द्र पाण्डिय ने बताया पॉलीथिन के प्रयोग पर पूरी तरह से रोक लगाने के लिए गोरखपुर क्लब में सोमवार की शाम विभिन्न व्यापारिक संगठनों को बुलाया गया है। बैठक में उनके साथ पॉलीथिन के प्रयोग पर रोक के साथ ही इसे पूरी तरह से खत्म करने पर चर्चा की जाएगी।
डीएम ने बताया कि पॉलीथिन को जड़ से खत्म करने के लिए तीन स्तर पर कवायद शुरू की गई है। इसमें पहले चरण की शुरूआत सोमवार से होगी।
व्यापार मंडल के प्रतिनिधियों और व्यापारियों के साथ बैठक कर उनसे प्रतिबंधित पॉलिथीन के भंडारण और बिक्री नहीं करने की अपील की जाएगी। इसके बाद भी अगर पॉलीथिन मिला तो जुर्माना तो लगेगा ही साथ ही जेल की भी हवा खानी पड़ सकती है।
बताया कि स्कूलों में जागरूकता कैंप का आयोजन किया जाएगा। इसके तहत बच्चों को पॉलिथीन से होने वाले नुकसान के संबंध में जानकारी दी जाएगी। बैनर, पोस्टर, होर्डिंग के जरिए लोगों को जागरूक किया जाएगा। दूसरे चरण में पॉलिथीन, प्लास्टिक और थर्मोकोल का उत्पादन करने वाली फैक्ट्रियों और ट्रांसपोर्टरों के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा। जिन दुकानदारों के पास प्रतिबंधित पॉलिथीन मिलेगा, उनके खिलाफ कार्रवाई के साथ पेनाल्टी भी लगाई जाएगी। तीसरे चरण में जागरूकता अभियान चलाकर उपभोक्ताओं से जूट या कपड़े का थैला इस्तेमाल करने का आह्वान किया जाएगा।
पालीथिन प्रयोग पर प्रतिबंध से सर्वाधिक खुशी आमजन में है। बावजूद आमजन ही इन नियमों का खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं। जी हां। बड़ी दुकानों, मॉल को छोड़ दें तो बाकी छोटे-मोटे दुकानों, ठेले और सब्जी की दुकानों पर हम खुद ही पन्नी में सामग्री देने की मांग कर रहे हैं। दुकानदार तो सामान बेचने के लिए पालीथिन में दे ही दे रहे हैं। बाजार में घर से थैला लाने वालों की संख्या न के बराबर है। बाजार में इक्का-दुक्का ही ऐसे मिलेंगे जो घर से थैला लेकर आ रहे हों।