गांव के प्रधान को मालूम ही नहीं चला और उनके बैंक खाते से राज्य वित्त प्रथम का 1.20 लाख रुपया निकल गया।
गोरखपुर। गोरखपुर के सहजनवा विकास खंड के कुआवल कला गांव के प्रधान को मालूम ही नहीं चला और उनके बैंक खाते से राज्य वित्त प्रथम का 1.20 लाख रुपया निकल गया। एक अन्य प्रधान के भी 10 चेकों को कैश कराने की कोशिश की गई। हालांकि ग्रामप्रधान ने बैंक पर पहुंचकर अपना चेक ले लिया। इन दोनों मामलों को डीपीआरओ ने संज्ञान लिया है और जांच कराने का निर्देश दे दिया है।
महुआपार ग्राम पंचायत के ओडीएफ से सम्बंधित चेकबुक ग्राम सचिव को मिला था।बीते दिन ग्रामप्रधान सहजनवां विकास खंड के पास पहुंचे थे। उन्होंने शौचालय के लाभार्थियों के लिए 25 चेक कटवाए। कुछ देर बाद जब वह बीडीओ से मिलने उनके कार्यालय में चले गए। बाहर निकले तो उसमें से 10 चेक गायब हो गए थे। उन्होंने आस-पास मौजूद लोगों से पूछा लेकिन किसी ने कोई जानकारी नहीं दी। थकहार कर वह घर चले गए।
ग्राम प्रधान को संदेह हुआ कि उनका चेक कोई बैंक से कैश न करा ले लिहाजा वह सुबह ही सहजनवां स्थित पीएनबी पर पहुंच गए। बैंक पर उनके सभी 10 चेक भुगतान के लिए लगा दिए गए थे। उन्होंने बैंक प्रबंधक को लिखित प्रार्थना पत्र दिया और खाते से भुगतान पर रोक लगवा दिया। यह मामला पूरे ब्लाक में फैल गया। कुलावल कला गांव के प्रधान अपना पासबुक लेकर बैंक पर पहुंच गए।
उन्होंने यह मालूम करना चाहा कि कहीं उनके खाते से भी तो रुपये नहीं निकल गए हैं। जब उन्हें सचाई मालूम हुई तो वह सन्न रह गए। उनके राज्य वित्त प्रथम के खाते से 1.20 लाख रुपया निकल चुका था। रुपये निकालने के लिए दो चेक इस्तेमाल किए गए थे। रुपये खलीलाबाद स्थित इलाहाबाद बैंक से संतकुमार नाम के व्यक्ति के नाम से निकला था। इस मामले की जानकारी जब डीपीआरओ हिमांशु शेखर ठाकुर को हुई तो उन्होंने मामले की जांच कराने का निर्देश दे दिया है।