गोरखपुर। माध्यमिक विद्यालयों में स्मार्ट क्लास के संचालन की योजना बनाई जा रही है। शिक्षा अधिकारियों ने इस दिशा में कदम आगे बढ़ाते हुए मंगलवार को मंडल के प्रधानाचार्यों के साथ बैठक की। जहां उपस्थित प्रधानाचार्यों ने स्मार्ट क्लास के संचालन को लेकर हामी भी भरी। बैठक में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर जोर भी दिया गया।
संयुक्त शिक्षा निदेशक योगेंद्र नाथ सिंह व जिला विद्यालय निरीक्षक ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह भदौरिया ने स्मार्ट क्लास के बारे में विस्तार से बताया। महात्मा गांधी इंटर कालेज के 12 स्मार्ट क्लास रूम में सभी प्रधानाचार्यों को स्मार्ट क्लास के संचालन की जानकारी दी गई। यह ऐसी कक्षा होगी, जिसमें कंप्यूटर एवं प्रोजेक्टर के माध्यम से पढ़ाई होगी। जरूरत पडऩे पर बाहर के विषय विशेषज्ञों से भी बच्चों को शिक्षा मिल सकती है। ऐसी क्लास में ब्लैकबोर्ड व चॉक से छुटकारा मिल जाता है। राजकीय विद्यालयों में स्मार्ट क्लास की शुरूआत के लिए फर्मों की तलाश की जा रही है।
बैठक में प्रधानाचार्यों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रति सचेत किया गया। जिला विद्यालय निरीक्षक ज्ञानेन्द्र प्रताप सिंह भदौरिया ने कहा कि उनके द्वारा समय-समय पर विद्यालयों का निरीक्षण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोई भी शिक्षक बिना अनुमति के जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय या संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय में उपस्थित नहीं होंगे। बैठक में ट्रांजिशन कार्यक्रम एवं यू डायस की प्रगति की समीक्षा की गई। कक्षा नौ से 12 तक छात्र-छात्राओं का प्रवेश 15 मई तक पूरा करना होगा। प्रधानाचार्यों को अभियान चलाकर शत-प्रतिशत प्रवेश कराने का निर्देश दिया गया।
अधिकारियों ने प्रधानाचार्यों को निर्देश दिया गया कि वे अपने विद्यालय से जुड़े किसी भी शिक्षक, कर्मचारी के हर वर्ग के देयक, पदोन्नति, चयन वेतनमान, विनियमितीकरण, कोर्ट केस की जानकारी हर हाल में 15 मई तक जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय को उपलब्ध करा दें। संचालन हिन्दी प्रवक्ता ओपी मिश्र ने किया। एमजी इंटर कालेज के प्रधानाचार्य ओपी सिंह ने सभी के प्रति आभार जताया। इस अवसर पर शिक्षक डॉ. राजेश श्रीवास्तव, संजय श्रीवास्तव, एमएम गुप्ता, डीके पांडेय, केपी यादव, आशुतोष दुबे, सुनील कुमार गुप्ता आदि उपस्थित रहे।