उप जिलाधिकारी सुबह 8 बजे तहसील क्षेत्र के किसी भी प्राथमिक विद्यालय पर पहुच कर सबसे पहले बच्चो के साथ प्रार्थना करते है उसके बाद सभी कक्षा में जाकर बारी – बारी से पढ़ाते है।
कुशीनगर। प्रथामिक विद्यालयों में शिक्षा के स्तर में हो रहे गिरावट को देखते हुए अब जिले के एक प्रशासनिक जिमेदार भी विद्यालय के बच्चो को पढ़ाने में अपना समय दे रहे है। और तमकुहीराज तहसील क्षेत्र के किसी भी प्रथामिक विद्यालय में सुबह 8 बजे पहुँच कर वह के बच्चों के साथ प्रार्थना कराते है साथ ही सभी क्लासो में एक-एक पीरियड पढ़ते भी है। प्रशासनिक अधिकारीयो की इस अनोखी पहल से जहाँ एक तरफ शिक्षा के स्तर में सुधार होगा वही समय से विद्यालय न आने वाले शिक्षकों की वास्तविकता भी सामने आएगी।
कुशीनगर जिले के तमकुहीराज तहसील के उप जिलाधिकारी त्रिभुवन ने प्राथमिक विद्यालयों में घट रहे शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए एक अनोखी पहल की शुरुआत किया है। उप जिलाधिकारी सुबह 8 बजे तहसील क्षेत्र के किसी भी प्राथमिक विद्यालय पर पहुच कर सबसे पहले बच्चो के साथ प्रार्थना करते है उसके बाद सभी कक्षा में जाकर बारी – बारी से पढ़ाते है। इनके द्वारा एक दिन में 3 से 4 विद्यालयों का जाँच किया जाता है और वहाँ के बच्चों को पढ़ाया जाता है।
उप जिलाधिकारी के इस पहल से एक तरफ जहाँ शिक्षा का स्तर बढ़ता हुआ दिख रहा है वही लापरवाह शिक्षकों में हड़कंप मचा हुआ है। एसडीएम ने कहा कि हमारे द्वारा एक दिन में कार्यालय पहुचने से पहले 3 प्रथामिक विद्यालयों का जाँच किया जिसमे प्रथामिक विद्यालय सिंदुरिया खुर्द में 2 बच्चे और 1 शिक्षक मिले जबकी 1 शिक्षिका अनुपस्थित मिली, प्रथामिक विद्यालय पटहेरवा में बच्चों के साथ प्रार्थना किया गया और सभी कक्षाओं में पढ़ाया गया जहा के शिक्षिका के पति मौजूद थे, इसी क्रम में प्राथमिक विद्यालय मथौली में भी बच्चों को पढ़ाया गया जहा शिक्षकों की कमी देखी गई। उन्होंने कहा कि हमारा यही प्रयास है कि जिले के प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षा व्यवस्था में सुधार आए साथ ही लापरवाह शिक्षको के खिलाफ करवाही भी किया गया।