मजबूर बेसहारा लड़कियों और महिलाओं का होता है उत्पीड़न जी हा अैसा ही मामला तब सामने आया जब एक बेबस लड़की इस शेल्टर होम से भाग कर थाने पहुची, तब जाकर मामले का खुलासा हुआ, पढ़िए ये रिपोर्ट…
गोरखपुर । शेल्टर होम का गंदा खेल, मजबूर बेसहारा लडकियों और महिलाओं का होता है, उत्पीडन, जी हां बेबस बेसहारा महिलाओं का जब कोई नहीं होता, तो इस तरह की महिलाए जमाने की जिल्लत से बचने के लिए इस तरह के शेल्टर होम का रुख करती है, और वहा जिन्दगी गुजरने का फैसला करती है, लेकिन उन्हें नहीं मालूम की यहा उनकी जिन्दगी नर्क से बत्तर बन जाती है, और इस दलदल में आकर वो जल्दी बाहर नहीं निकल पाती है, कुछ एसा ही मामला तब सामने आया जब एक बेबस लड़की इस शेल्टर होम से भाग कर थाने पहुची, तब जाकर मामले का खुलासा हुआ, पढ़िए ये रिपोर्ट…
देवरिया स्थित बालिका गृह से सेक्स रैकेट संचालित होने की खबर ने सभी को हिलाकर रख दिया है। शासन ने खुद इसकी मानीटरिंग शुरू करते हुए विशेष हेलीकाप्टर से सोमवार को एक उच्च स्तरीय जांच टीम देवरिया भेजी, जिला प्रोबेशन अधिकारी की तहरीर पर पुलिस ने संचालिका व उसकी बेटी के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज करते हुए संचालिका गिरिजा त्रिपाठी व उसके पति मोहन त्रिपाठी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, साथ ही एफआईआर की कापी में तीन नामजद और एक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया, जिसमे पति और पत्नी को तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया बाकी छोटी बहन कंचनलता को आज गोरखपुर से गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन इसमें नया मोड़ तब आया, जब गोरखपुर के खोराबार में रानीडीहा के पास चाणक्यपूरी में एक विन्ध्वास्नी नाम से एक वृद्ध आश्रम चलता था, और पिछले कई सालो से ये आश्रम चल रहा था, सुन कर हैरानी तब हुई जब ये पता चला कि इस आश्रम की संचालिका संविदा पर गोरखपुर के जिला प्रोबेशन अधिकारी के यहा कार्यरत थी, और ये कनकलता भी गिरजा त्रिपाठी की बड़ी बहन है, जिससे मेरे रिपोर्टर ने आफिस में काम करते पकड़ा और उससे बात की, जिसमे उसने साफ़ बताया, की, वो गिरजा त्रिपाठी की बेटी है, कनकलता ने बताया, कि सबसे बड़ी बात ये थी, कि ये सेंटर चलता था, नहीं चलता इसका क्या मतलब है, मै अपनी यहा नोकरी कर रही है, 5 साल से जाब कर रही हु, विधि सह परिवेक्षा अधिकारी, 2013 से ये यही पर काम कर रही है, और यही से इनकी नियुक्ति हुई है, गिरजा त्रिपाठी इनकी माँ है |
एक सरकारी पद पर काम करने वाली कनकलता खुद एक आश्रम की संचालिका है, इस बात से हैरान जिला प्रशासन अब जाँच करने की बात कह रहा है, लेकिन वो इतने सालो से सरकारी काम कर रही है, और एक आश्रम चला रही है, वो भी उस विभाग में रह कर जो विभाग एसे आश्रमों की जाँच करता है, तो चेकिंग होने से पहले और वीआईपी मूमेंट होने से पहले इन्हें सारी बात विभाग में रहने के कारण पता चल जाती होंगी | फिलहाल इस पुरे मामले की जानकरी मिलते ही सुबह से ही पुलिस के आला अधिकारी और प्रशासनिक अमला शेल्टर होम पर जम गया, और जाँच शुरू की, महिला जवानो द्वारा पुरे घर की तलाशी ली गई, तो पता चला, कि यहा पर एक 20 से 22 साल की लड़की बरामद हुई हा, जो की देवरिया के शेल्टर होम में रहती थी, और अभी महज 5 दिनों पहले यहा आई है, लड़की काफी डरी और सहमी हुई है, पुलिस ने यहा से एक लड़की, एक संचालिका कनकलता, और मैनेजर अंकित के साथ कुक और एक केयरटेकर को गिरफ्तार कर लिया है, और उन्हें अपनी कस्टडी में लेकर पूछ ताछ कर रही है |
वही अगल बगल के लोगो की या इस वृधाआश्रम में रहने वाले बुजुर्ग महिलाओ के परिजनों की माने तो यहा पर औरते और लडकिया जाती थी, और जब अधिकारी आते जाते थे तो अगल बगल की महिलाओं को बैठा दिया जाता था, 3 से 4 सालो से ये वृधा आश्रम चल रहा था, और हमेसा यहा लडकिया और महिलाये आती जाती रहती थी, पहले 20 से 25 महिलाए रहती थी, लेकिन आज जब रजिस्टर चेक किया गया तो महज 4 से 5 महिलाये ही इंट्री मिली, कभी भी इस आश्रम में किसी को अंदर जाने की इजाजत नही थी |
इस पुरे मामले पर देर शाम जिला अधिकारी ने बताया, कि देवरिया में माँ वैष्णो देवी के नाम से एक आश्रम चल रहा था, कल शाम को हम लोगो को एक खबर मिली थी, कि यहाँ पर उनका वृधाआश्रम पहले चलता था, उसके बाद रात में हम लोगो ने पूरा टीम भेजा था, उस समय यहा चार वृधा लोग मिले थे, और एक महिला भी मिली थी, उनका तबियत ठीक नहीं था, इसलिए हम लोगो ने उन्हें मेडिकल रेफर कर दिया था, आज जब सवेरे हमारी टीम सील करने के लिए यहा आये थे, तब सविता नाम की एक लड़की भी मिली थी, तब हम लोगो ने पूछ ताछ शुरू की है, तब पता की देवरिया में भी ये लड़की मिसिंग थी, केस डायरी के हिसाब से उसके बाद देवरिया पुलिस प्रशासन को हम लोगो ने सुचना दे दी थी, यहा पर कितने कमरे है, बिल्डिंग में सबको सील कर दिया गया है, और जितनी भी महिला है, सभी को देवरिया को हम लोग हेंडोवर करा रहे है, कल जब टीम आई थी, तो ये लड़की नहीं थी, आज जब रजिस्ट्रार इनका था, उसमे भी ओवर राइटिंग था, आज रजिस्टर पर डेट और टाइम भी अलग से लिखा था, जब डीएम से संचालिका कनकलता को लेकर नौकरी और आश्रम चलाने की बात पूछी गई तो उन्होंने कहा, कि उन्हें हटा दिया गया, और उन्हें भी पुलिस के सुप्रुत कर दिया गया है, किसी को नहीं छोड़ रहे है, कुल टोटल 5 लोग यहा वर्तमान में मिले है, उन सभी को अरेस्ट कर लेंगे |
ये हाल है, और इस तरह से शेल्टर होम का खेल चल रहा था, यहा बेसहारा लडकियों को महिलाओं को लाकर उन्हें जिश्म फरोसी के धंधे में ढकेल दिया जाता था, और ये इस दलदल में फस कर अपनी जिदंगी नर्क में दब्दिल होते देखने को मजबूर होती थी, फिलहाल एक लड़की के हिम्म्द के बाद इस पुरे मामले से पर्दा उठा है, और अब इसकी जाँच बड़े पैमाने पर की जा रही है |