टेरर फंडिंग केस – बहरुपिये किरायेदारों की अब खैर नही, अभियान चलाकर सत्यापन की हुई शुरुआत

पहले दिन 316 किरायेदारों का किया गया सत्यापन

गोरखपुर। टेरर फंडिंग में चार किरायेदारों का नाम सामने आने के साथ बहरूपिए के रूप में रह रहे मुशर्रफ उर्फ निखिल राय की गिरफ्तारी ने सीएम सिटी के पुलिस की आंखें खोल दी एसएसपी ने किरायेदारों के सत्यापन को लेकर एक अभियान चलाया इसके तहत पहले दिन 316 किरायेदारों का पुलिस ने सत्यापन किया।

टेरर फंडिंग में शामिल 6 लोगों को पुलिस ने किया था गिरफ्तार

एटीएस ने 24 मार्च को गोरखपुर से टेरर फंडिंग में शामिल 6 लोगों को गिरफ्तार किया था इसमें तीन मुकेश ,सुशील राय और निखिल राय उर्फ मुशर्रफ किराए का कमरा ले कर रहते थे मुकेश झरना टोला में रहता था तो वहीं तारामंडल के भरवलिया में सुशील और निखिल राय उर्फ मुशर्रफ रहते थे भरवलिया में रहने वाला निखिल की असलियत उसकी गिरफ्तारी और एटीएस द्वारा यह खुलासा करने पर उसका असली नाम मुशर्रफ है मकान मालिक सन्न रह गए थे।

इस घटना के बाद एसएसपी ने शहर और कस्बे में किराए पर रहने वाले किरायेदारों का सत्यापन करने का निर्देश दिया था इसी क्रम में एसएसपी ने शहर के थानेदारों को अपने क्षेत्र के किरायेदारों के सत्यापन कराया एसएसपी सलाम माथुर ने बताया कि सत्यापन क पुलिस ने मकान मालिकों से भी अपील की है कि अगर उनके यहां कोई किराएदार रहा है या फिर वह किसी को किराए पर कमरा देते हैं तो उसका सत्यापन थाना और चौकी से जरूर करा ले।