विकास एवं राजस्व कार्यों की मण्डलीय समीक्षा बैठक में दिया निर्देश
गोरखपुर। खाद्यान्न की कालाबाजारी पर रोक लगाने के लियें मण्डलायुक्त अनिल कुमार ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से कुशीनगर में इसके लिए प्रभावी कार्यवाही की जाये। विकास एवं राजस्व कार्यों की मण्डलीय समीक्षा बैठक में उन्होंने सहायक आयुक्त खाद्य जे0पी0 राय को निर्देश दिया कि कुशीनगर में विभाग को सचेत कर दें। मण्डलायुक्त ने सभी जिलाधिकारियों एवं अधिकारियों को निर्देश दिया है कि मा0 जन प्रतिनिधियों के द्वारा दिये गये पत्रों पर गंभीरता पूर्वक कार्यवाही करें तथा कृत कार्यवाही से जन प्रतिनिधिगण को भी अवगत करावे।
उन्होंने कहा कि सभी एस0डी0एम0 तहसील मुख्यालय पर निवास करें, शीघ्र वे इसकी चेकिंग शुरू करायेंगे। जिन तहसील मुख्यालयो पर आवास नही है, वहां भी वे निवास करे तथा आवास के लिए प्रस्ताव शासन को भिजवायें, यदि एसडीएम मुख्यालय पर निवास करते नही पाये गये तो कार्यवाही की जायेगी।
मण्डलायुक्त ने कहा कि पांच साल से पुराने मुकदमो का निस्तारण की स्थिति बेहद खराब है। मण्डलायुक्त न्यायालयो को छोड़कर पूरे मण्डल में 5 साल में कुल 14823 मुकदमे है जिसमे मात्र 170 का निपटारा हो पाया है। चकबन्दी के मुकदमों का कम्प्यूटराईजेशन ना होने पर मण्डलायुक्त ने नाराजगी व्यक्त किया तथा तत्काल इस कार्य को शुरू कराने का निर्देश दिया है।
ग्राम स्वराज अभियान की समीक्षा करते हुए मण्डलायुक्त ने निर्देश दिया कि 21 मई तक सम्पूर्ण लक्ष्य पूरा करें। सौभाग्य योजना में निशुल्क विद्युत कनेक्शन, उज्जवला योजना में निशुल्क गैस कनेक्शन, शौचालय निर्माण, आवास, जन धन योजना का लक्ष्य पूरा करें।
उन्होंने कहा कि खुले में शौच से मुक्ति (ओ0डी0एफ0) में कुशीनगर एंव देवरिया की प्रगति खराब है। उप निदेशक पंचायती राज ने बताया कि देवरिया में 280 में 119 गांव तथा कुशीनगर में 57 में मात्र एक गांव का एक माह में ओडीएफ हो पाया है। मण्डलायुक्त ने दोनों जनपदो के सीडीओ को कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया है।
कांजी हाउस सक्रिय करें।
मण्डलायुक्त ने निर्देश दिया कि सभी जिलों में जिला पंचायतें अपने संसाधन से कांजी हाउस शुरू करायें। आज की बैठक में उपस्थित अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत ने बताया कि कुशीनगर में 5, देवरिया में 4, महराजगंज में 4 तथा गोरखपुर में 24 कांजी हाउस है। गोरखपुर में अधिकांश पर अवैध कब्जा पाया गया है, अब इसे खाली कराया जायेगा तथा नीलाम कराया जायेगा। यद्यपि कि शासन से सभी कांजी हाउस के बारे में विस्तृत रिपोर्ट मांगी गयी है। फिर भी मण्डलायुक्त ने निर्देश दिया है कि जिला पंचायतें इसे तत्काल चालू करायें।
एईएस ट्रीटमेन्ट सेन्टर चालू करायें
मण्डलायुक्त ने निर्देश दिया है कि सीएचसी/पीएचसी पर एईएस ट्रीटमेन्ट सेन्टर चालू रखें। स्टाफ की तैनाती रखें, सभी आवश्यक दवाएं वहां रखें। आशा एंव एएनएम को ताकीद कर दें कि बुखार के मरीज को वही पर ले जाये। यदि कोई मरीज प्राइवेट नर्सिंगहोम में जाता है तो उसे भी सीएचसी/पीएचसी पर लाकर इलाज करायें।
पीकू (पैड्रायाटिक इन्टेन्सिव केयर यूनिट) की समीक्षा कर उन्होंने निर्देश दिया कि एक माह में सभी तैयार करा दें। यह गोरखपुर के पिपरौली, गगहा एंव चैरी चैरा, देवरिया के रूद्रपुर, कुशीनगर के हाटा एंव कप्तानगंज तथा महराजगंज के निचलौल एंव रतनपुर में तैयार किया जा रहा है। यह प्रत्येक स्थान तीन बेड का होगा तथा यहां वेन्टीलेटर, आक्सीजन की सुविधाएं होगी। उन्होंने इसका प्रचार प्रसार कराने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि मण्डल के सभी 2317 सुअरबाड़ों को साफ सफाई कराकर विसंक्रमित करा दें। उप निदेशक मत्स्य वी0के0 श्रीवास्तव ने बताया कि सभी जिलों में 70 हजार से अधिक गम्बूजिया मछलियां उपलब्ध करा दी गयी है। इन्हें गांव के तालाबों तक पहंचाया जा रहा है।
मण्डलायुक्त ने जिला अस्पताल एंव प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र/सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर दवाओं की उपलब्धता, चिकित्सकों की उपस्थित सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने हो रहे निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए समय से सभी कार्यों को पूर्ण कराने का निर्देश दिया। उन्होंने जलनिगम के संचालित पेयजल परियोजनाओं की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया कि सभी परियोजनाएं की जांच करा ली जाये कि वे अपने पूरे क्षमता पर संचालित है की नही। उन्होंने निर्देश दिया है कि जो पेयजल परियोजनाएं खराब है चाहे वह जलनिगम की हो या पंचायती राज की, उसे तुरन्त ठीक करायी जाये।
मण्डलायुक्त ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि गांव में तालाबों आदि मे ंपानी भरवा दें। उन्होंने भूमाफिया, कर करेत्तर, नये पुलों के निर्माण, पीएमजीएसवाई, छात्रवृत्ति सहित विभिन्न पेंशन योजनाओं की समीक्षा करते हुए आवश्यक निर्देश दिये। बैठक में जिलाधिकारी गोरखपुर, के. विजयेन्द्र पाण्डियन के साथ ही देवरिया, कुशीनगर, महराजगंज के जिलाधिकारी एंव मुख्य विकास अधिकारी तथा मण्डलीय अधिकारी उपस्थित रहे।