विचारों को लेकर टकराव एवं मतभेद की कहानी है “टी-टर्न”
लखनऊ। भारतेंदु नाट्य अकैडमी सभागार में मंगलवार को सामाजिक सांस्कृतिक संस्था नवयुग क्रिएशन की ओर से प्रीति श्रीवास्तव के लेखन और आरव आर्यवंशी के निर्देशन में “टी टर्न” नाटक का मंचन हुआ।
“टी टर्न” नाटक के मंचन में दो पीढ़ियों का फर्क कुछ यूं समझाने का प्रयास किया गया कि आज के इस मॉर्डन युग में हम अपने माता पिता से तो यह अपेक्षा रखते हैं कि वो हमें समझे, हमारे बदलते परिवेश को स्वीकार करे लेकिन वहीं हम खुद उनकी अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतर पाते।
“टी टर्न” नाटक की शुरुआत असित भटनागर से होती है, जिनकी पत्नी का निधन हो चुका है। उनका एक बेटा शाश्वत अमेरिका में रहता है और बेटी अजिता पुणे में रहती है। वहीं दूसरी ओर आभा नाम की एक विधवा महिला है, जिसका एक बेटा निशान अपनी एक गर्लफ्रेंड एनी के साथ लीविंग रिलेशन में रहता है।
एक दिन असित और आभा की मुलाकात होती है और मुलाकातों का सिलसिला आम हो जाता है। इस पर आभा के बेटे को आपत्ति होती है कि वह उस आदमी के साथ क्या कर रही है। तब उसकी मां आभा जवाब देती है कि मैंने तो तुम्हे कभी उस लड़की के साथ रहने के लिए मना नहीं किया। उधर असित के बच्चों को भी आभा और असित के रिश्ते से ऐतराज होता है और घर में बहस-मुबाहिसों का दौर शुरू हो जाता है। आपसी रिश्तों को लेकर दो पीढ़ियों के टकराव, विचारों को लेकर मतभेद, रिश्तों को समझने का अपना-अपना नजरिया और जिंदगी जीने का जुदा अंदाज, जीवन के हर पड़ाव पर उठती जरूरतों और रिश्तों को नाम देने की उधेड़बुन को दर्शाता यह नाटक दर्शकों को भावनात्मक रूप से छू गया।
नाटक में वरूण टम्टा, प्रीति श्रीवास्तव, आरती, तुहिना, अंकिता, दीक्षा सक्सेना, शैलजा सिंह आदि ने अभिनय किया। लाइट डायरेक्शन शुभम, सेट डिजाइनिंग रोहित ने, संगीत निर्देशन रोहित ने और कॉस्ट्यूम डायरेक्शन दीक्षा सक्सेना ने किया।