प्रॉपर्टी डीलर की हत्या के मामले में वांछित 15 हजार के दो इनामी बदमाशों ने पुलिस के सामने किया सरेंडर
गोरखपुर। एनकाउंटर का खौफ अब इनामी अपराधियो में इस कदर सता रहा है कि खुद पुलिस के सामने सरेंडर करने के लिए गिड़गिड़ाने लगे है। योगी के एनकाउन्टर प्लान से डरे सहमे अपराधियो ने जेल में ही अपनी सुरक्षा को कवच मान रहे है। लगातार हो रही एनकाउन्टर से अपराधियों के हौसले पस्त होते नजर आ रहे है।
ताज़ा मामला मुख्यमंत्री के शहर गोरखपुर का है। प्रॉपर्टी डीलर की हत्या के मामले में वांछित 15 हजार के दो इनामी बदमाशों को भी योगी के एनकाउन्टर प्लान का खौफ सताने लगा। दोनों बदमाशों ने आज एनकाउंटर के खौफ से पुलिस के सामने अपने को सरेंडर करने में ही अपनी भलाई समझा।
CO गोरखनाथ प्रवीण कुमार सिंह के ऑफिस में प्रॉपर्टी डीलर संतोष साहनी हत्याकांड के वांछित 15 हजार के दो इनामी बदमाशों मानवेन्द्र सिंह और संजय निषाद ने सरेंडर कर दिया। उन्होंने CO को एक पत्र भी सौंपा। इस पत्र में उन्होंने ये लिखा है कि लगातार पुलिस द्वारा उनकी इनामी राशि बढ़ाई जा रही है। ऐसे में उन्हें एनकाउंटर का डर सता रहा है। इस वजह से वे सरेंडर कर रहे हैं। उन्हें कुछ होता है तो इसकी जिम्मेदारी पुलिस की होगी।
CO गोरखनाथ प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि 8 अप्रैल की देर रात शाहपुर थानाक्षेत्र के बिछिया में प्रॉपर्टी डीलर संतोष साहनी उर्फ छोटू की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या करने के बाद बदमाश वहां से फरार हो गए थे। खून से लथपथ प्रापर्टी डीलर की लाश सड़क के किनारे मिली थी। इसी मामले में दो आरोपियों ने आज यहां पर सरेंडर किया है। दोनों का कहना है कि पुलिस के बढ़ते दबाव के कारण उन्होंने सरेंडर किया है। उन्हें इस बात का डर था कि उनका एनकाउंटर न हो जाए। इन्हें गिरफ्तार कर आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है।
संतोष कैंट थानाक्षेत्र के मोहद्दीपुर में रहता था। कुछ दिन पूर्व एक आरोपी टिंकू पासवान पुलिस के हत्थे चढ़ा था। संतोष और टिंकू में पैसों के लेनदेन का विवाद था। मोबाइल पर बातचीत के दौरान संतोष ने टिंकू पासवान और मानवेन्द्र सिंह को गाली दे दी थी। संतोष उस समय शाहपुर के बिछिया में राजीव ऋषि तिवारी के घर पर बैठा हुआ था। उसी दौरान टिंकू पासवान, मानवेन्द्र सिंह, बिट्टू तिवारी, संजय निषाद वहां पहुंचे। राजीव के घर से बाहर निकलते ही मानवेन्द्र ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने इस मामले में मानवेन्द्र सिंह, टिंकू पासवान, संजय निषाद, राजीव ऋषि तिवारी और बिट्टू तिवारी के खिलाफ मामला दर्ज किया था।