भाजपा राज में गरीबों के आगे बढ़ने के सभी अवसर छीन लिए गए हैं।
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा राज में गरीबों के आगे बढ़ने के सभी अवसर छीन लिए गए हैं। गरीब आर्थिक कुचक्र में पिस रहा है। भ्रष्टाचार असीमित है। भाजपा का शीर्ष नेतृत्व दम्भी है और उन्हें समाजवादी सरकार के कामों से चिढ़ है। भाजपाई किसानों और गरीबों के विरोधी हैं। समाजवादी सरकार के जनहित के कामों को बदनाम करके बंद किया गया है। भाजपा की केन्द्र और राज्य की सरकारों ने जनता के सामने कोई आदर्श उपस्थित नहीं किया है।
पूरे देश के ओबीसी की उम्मीदे अखिलेश यादव पर टिकी हुई है।
अखिलेश यादव आज पार्टी कार्यालय, लखनऊ में राम लोटन निषाद राष्ट्रीय सचिव के नेतृत्व में राष्ट्रीय निषाद संघ और डाॅ0 राम सुमिरन विश्वकर्मा अध्यक्ष अति पिछड़ा वर्ग संघ के प्रतिनिधि मण्डलों तथा अन्य सैकड़ों कार्यकर्ताओं को सम्बोधित कर रहे थे। इन संगठनों के नेताओं का कहना था कि पूरे देश के ओबीसी की उम्मीदे अखिलेश यादव पर टिकी हुई है। गरीबों, पिछड़ों और किसानों का अखिलेश जी के नेतृत्व पर पूरा विश्वास है।
भाजपाइयों को आदर्श आचार संहिता और संविधान की परवाह नहीं है।
अखिलेश यादव ने कहा कि हमारी लड़ाई राजनीतिक है। सवाल यह है कि सत्ता का नेतृत्व कौन करेगा? अर्थनीति की दिशा क्या होगी? योजनाओं की प्राथमिकताएं क्या होंगी? केन्द्र सरकार के पांच बजट और प्रदेश सरकार के दो बजट के बाद भी इनका उत्तर नहीं मिल पाया है। जनता यह मानती है कि भाजपा ने उनको धोखा दिया है। भाजपा जातिवादी पार्टी है। भाजपाइयों को आदर्श आचार संहिता और संविधान की परवाह नहीं है।
भारतीय जनता पार्टी विपक्षी दलों से शत्रुतापूर्ण व्यवहार कर रही है।
अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश के हालात बद से बदतर हो गये हैं। जनता बेहाल है। उन्होने कहा कि हमारा आवास कोई मुद्दा नहीं है। असली झगड़ा अधिकारों और अवसरों का है। भारतीय जनता पार्टी विपक्षी दलों से शत्रुतापूर्ण व्यवहार कर रही है। उन्होंने कहा कि समाजवादी नई पीढ़ी के लिए सुगम रास्ता बनाने के पक्षधर हैं। इसीलिए समाजवादी सरकार में विश्वस्तीय विकास कार्य किये गए। जनहित में ऐसी विकास योजनाएं लागू की गई जिनका व्यापक लाभ मिलता है। विकास के लिए बुनियादी ढांचा विकसित किया गया। भाजपा सरकार ने 14 माह में ही सब बर्बाद कर दिया।
गरीब, किसान और नौजवानों के भविष्य के लिए संघर्ष करना हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि सन् 2019 और 2022 निर्णायक अवसर हैं। इनमें क्रमशः लोकसभा और विधानसभा के चुनाव होने हैं। हमें अपनी ताकत को एकजुट करना है। यही संकल्प है कि भारतीय राजनीति को सही दिशा देना है। गरीब, किसान और नौजवानों के भविष्य के लिए संघर्ष करना हैं। उन्होंने कहा हमें समय की कीमत पहचाननी होगी जो समय की परवाह नहीं करते हैं वे पिछड़ जाते हैं।
लोकतंत्र में सत्ता का घमण्ड चूर करने की ताकत जनता के पास है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा मतदाताओं पर 50 प्रतिशत तक पकड़ बनाने का दावा कर रही है जबकि समाजवादी 75 प्रतिशत तक पकड़ बनाएंगे। लोकतंत्र में सत्ता का घमण्ड चूर करने की ताकत जनता के पास है। भाजपा की नीतियों से लोकतंत्र को खतरा है। नफरत फैलाना भाजपा का एजेण्डा है। भाजपा बुनियादी मुद्दों से ध्यान हटाने की साजिशें करती है। वह भविष्य में गुमराह कर सकती है। उन्होंने कहा कि हमें इससे सतर्क और सजग रहना है।