हरिप्रकाश श्रीवास्तव ने कहा कि कोई भी लेखपाल प्रशासन की धमकियों से डरने वाला नहीं है। इस बार हर हाल में हक लेकर ही रहेंगे
गोरखपुर। बीते 19 जून से चल रहा लेखपालों का धरना लगातार जारी है। इस आंदोलन में महिला लेखपाल भी बढ़चढ़ कर भाग ले रही हैं।
नगर-निगम में प्रदर्शन कर रहे लेखपाल संघ के अध्यक्ष नीलकंठधीश्वर दुबे ने कहा कि अब कोई बातचीत नहीं, अब आर या पार की ही लड़ाई होगी। जिला प्रशासन उनके और सदस्यों को निलंबित कर दे। जेल में डाल दे, संघ अब झुकने वाला नहीं है।
धरने को सम्बोधित करते हुए बांसगांव के लेखपाल हरिप्रकाश श्रीवास्तव ने कहा कि कोई भी लेखपाल प्रशासन की धमकियों से डरने वाला नहीं है। इस बार हर हाल में हक लेकर ही रहेंगे। धरने में गौरव, रामपाल, सुनील, उपेन्द्र, संध्या सिंह, दिलीप सिंह, दिवाकर वर्मा, रामदयाल यादव, अंजली त्रिपाठी, जावेद खान, अंजली त्रिपाठी, योगेन्द्र, राजेश, रमाशंकर सिंह, लवकुमार सिंह, तारा यादव, विनय श्रीवास्तव, प्रिया सिंह, चंचल, नेहा पाण्डेय, रामकेवल और रामरेखा मुख्य रूप से मौजूद रहे।
लेखपालों की प्रमुख मांगे –
-प्रारम्भिक ग्रेड पे-2800 किया जाए
-एसीपी विसंगति दूर की जाए
-विशेष वेतन भत्ता 1500 रुपये, मोटर साइकिल भत्ता 2000 और स्टेशनरी भत्ता 750 रुपये किया जाए।
-ई-गर्वनेन्स एवं डिजिटल इण्डिया को क्रियान्वित करने के लिए -लैपटाप व स्मार्टफोन दिया जाए
-प्रोन्नित के अवसर को बढ़ाया जाए साथ ही समय-समय पर डीपीसी की जाए
-आधार भूत सुविधाओं के साथ संसाधन उपलब्ध कराए जाएं।