योगी सरकार में स्वास्थ्य सेवाए हुई फेल, लाखो रूपये की लागत से बने उपस्वास्थ केंद्र बने सफ़ेद हाथी

उपस्वास्थ केंद्र पर पिछले चार महीने से कोई डाक्टर नहीं आया जिसके चलते ग्रामीणों को स्वस्थ सम्बंदिध सेवाए नही मिल पा रही है

मथुरा। योगी सरकार, में स्वास्थ्य सेवाए हुई फेल लाखो रूपये की लागत से बने उपस्वास्थ केंद्र बने सफ़ेद हाथी। उपस्वास्थ केंद्र पर डाक्टरो के ना आने से ग्रामीण प्राइवेट डॉक्टर पर वा झोलाछाप डॉक्टर पर इलाज कराने के लिए मजबूर, उपस्वास्थ केन्द्र पर पड़े ताले।

आपको बतादे यह, मामला थाना जमुनापार के गाँव रावल के उपस्वास्थ केन्द्र का है। यह गाँव सांसद हेमा मालिनी ने गोद लिया था और इस गाँव में सरकारी धन से माननीय सांसद द्वारा विकास कराया गया। उसी क्रम में इस उपस्वास्थ केंद्र का निर्माण कराया गया स्वस्थ केंद्र के निर्माण के बाद ग्रामीणों में ख़ुशी के लहर दौड़ी की उन्हें इलाज कराने के लिए दस बारह किलोमीटर दूर नही जाना पड़ेगा ग्रामीणों की माने तो उपस्वास्थ का उद्घाटन लगभग एक वर्ष पूर्व हुआ है शुरुआत में तो डॉ घंटे दो घंटे के लिए एक दो महीने आते थे उसके बाद घंटे भर की जगेह 10 – 20 मिनट ही बैठकर डॉ चले जाते थे पिछले तीन चार महीने से डोक्टारो ने आना ही बंद कर दिया है जिसके चलते ग्रामीणों को स्वस्थ सम्बंदिध सेवाए नही मिल पा रही है।

ग्रामीणों ने अपनी पीड़ा के बारे में सांसद हेमामालिनी को भी बताया लेकिन फिर भी उनकी इस समस्या का समाधान नही हुआ इस बारें में जब सीएमओं शेर सिंह से बात की गयी पहले तो वोह सवालों से बचते नजर आये बाद में उन्होंने डाक्टरो की कमी होने की बात कही और बताया मुडिया पूनो के चलते डाक्टरो की ड्यूटी वहा लगायी गयी है। लेकिन सीएमओं साहब सवाल आज का नही है महीनो से स्वस्थ केंद्र पर डॉ नही आ रहे है गरीब आदमी परेशान है। ग्रामीण महिला शकुंतला ने बताया की रात मे मेरे बेटे के पेट मे दर्द था जिसे मे शहर ले जाकर दवा दिलाई गांव मे कहने को तो स्वास्थ्य केंद्र है लेकिन डॉक्टर के ना होने से पूरा गांव परेशान है कई बार शिकायत के बाद भी गांव मे कोई डॉक्टर नही आया।