10 माह पूर्व बिजली का करेन्ट लगने से मृतक के बड़े भाई की हुई थी मौत
मोहम्मदी,खीरी। मोहम्मदी कोतवाली अन्तर्गत ग्राम गौरिया में एक 21 वर्षीय सिक्ख युवक की बीती रात अज्ञात लोगो ने गोली मारकर हत्या कर दी और शव को गन्ने के खेत में फेक दिया। मृतक युवक बीती शाम 7 बजे अपने झाले से गन्ने में चल रहे पानी को देखने आया था। जिसके बाद से वह लापता हो गया था। देर रात जब वह घर नहीं पहुंचा तो युवक के पिता व पड़ोसियो ने उसे तलाशना शुरू कर दिया लेकिन काफी प्रयास के बाद भी युवक नहीं मिला।
खोजबीन के दौरान सुबह गन्ने के खेत में युवक का शव पाया गया। हत्या की सूचना पाते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और जांच शुरू कर दी। वही ने मृतक के पिता के अनुसार जब वह रात में अपने बेटे की तलाश कर रहे थे तो उस वक़्त शव गन्ने के खेत में नहीं था। शव के पास देसी 315 बोर का तमंचा भी बरामद हुआ। पुलिस ने हत्या या आत्महत्या की स्थिति एवं परिस्थितियो को भापकर जिला मुख्यालय से फौरेन्सिक टीम को भी बुला लिया गया था। जिसने शव तथा घटना स्थल का काफी बारीकी से निरीक्षण किया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामे के उपरान्त पोस्टमार्टम के लिये जिला मुख्यालय भेज दिया। दस माह पूर्व मृतक सिक्ख का बड़ा भाई बिजली के करेन्ट लगने से मर गया था। मृतक दो ही भाई थे।

गोमती की तलहटी में बसा गांव गौरिया के अन्तर्गत आने वाला सरदार भूपेन्द्र सिंह जो एक मध्यवर्गी कृषक है के मात्र दो ही पुत्र थे। दस माह पूर्व बड़े पुत्र अमनदीप की बिजली के करेन्ट से मौत हो गयी थी वो एक छोटा सा अबोध पुत्र व युवा पत्नी को छोड़ गया था। भूपेन्द्र सिंह व उसका परिवार अभी उसकी मौत का गम भूल भी नही पाये थे कि बीती रात उसके 21 वर्षीय छोटे भाई करन जीत सिंह की गोली मार कर हत्या कर दी गयी। मृतक युवक के पिता भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि बीती शाम 7 बजे के लगभग वो खाना खाकर गन्ने के खेत में चल रहे पानी को देखने गया था। जब रात के दस बज गए तो उसके वापस न लौटने पर परिवार वालो को चिन्ता हुई तो पिता भूपेन्द्र सिंह अन्य लोगो के साथ उसे खेत की ओर देखने गए लेकिन वह कही दिखाई नही दिया। आवाज भी दी गयी जब कोई जवाब नहीं मिला तो उन्हे चिन्ता हुई तब भूपेन्द्र सिंह ने पड़ोसियो तथा अपने बहनोई महताब सिंह आदि को बुलाकर उस गन्ने के खेत जहां शव पाया गया सहित पूरे इलाके को छान डाला तथा सारे झालो को भी देख लिया गया। दो बजे रात तक करने की तलाश होती रही लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा। थक हारकर रात में सारे लोग झाले पर वापस लौट आये। प्रातः पुनः तलाश शुरू हुई तो गन्ने के उस खेत जिसको रात में कई बार खगाला गया था मगर तब वहां कुछ नहीं था। प्रातः मुंह के बल करनजीत का शव पड़ा हुआ था। शव की स्थिति बता रही थी कि या तो उसकी हत्या कही और की गयी और शव को यहां लाकर डाला गया या फिर उसको जीवित अवस्था में कई हत्यारे पकड़कर गन्ने के खेत में लाये और 315 बोर के तमंचे से माथे पर नाल रखकर गोली मार दी जो बाई ओर को मुंह कर निकल गयी। जिससे उसकी फौरन मौत हो गयी।
खेत में करन का शव पाये जाने पर उसके घर में कोहराम सा मच गया। मृतक युवक सीधा साधा युवक था। दस माह पूर्व मृतक बड़े भाई अमन की पत्नी जो एक बच्चे की मां थी से ही विवाह कर लिया था। करन की हत्या की सूचना पूरे क्षेत्र में आग की तरह फैल गयी। देखते ही देखते सैकड़ो सिक्ख मौके पर एकत्र हो गये।
खबर लिखे जाने तक मृतक के परिवार की ओर से पुलिस को तहरीर नही दी गयी थी जिस कारण पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया। इंस्पेक्टर दिलेश कुमार सिंह का कहना है कि घटना को हर पहलू से देखा जा रहा है। हत्या क्यो और किसने की इसकी गहराई से छानबीन की जा रही है। घटना के असली अभियुक्त जल्द ही पकड़े जायेगे।