Gautam Adani :गौतम अदाणी ने प्रयागराज के संगम क्षेत्र में आयोजित महाकुंभ मेला में श्रद्धा भाव से की पूजा-अर्चना

Gautam Adani :गौतम अदाणी ने प्रयागराज के संगम क्षेत्र में आयोजित महाकुंभ मेला में श्रद्धा भाव से की पूजा-अर्चना

Gautam Adani : प्रयागराज, 21 जनवरी 2025: अदाणी समूह के अध्यक्ष गौतम अदाणी ने संगम में मां गंगा, यमुन और सरस्वती के संगम स्थल पर विशेष पूजा अर्चना की और वहां के धार्मिक माहौल में खुद को शांति और आशीर्वाद से अभिभूत महसूस किया। उन्होंने इस मौके पर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि “मुझे आज मां गंगा का आशीर्वाद प्राप्त हुआ है और यह अनुभव अत्यंत दिव्य है।”

Gautam Adani : महाकुंभ मेला हर 12 वर्षों में आयोजित होता है और यह दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक और आध्यात्मिक मेला माना जाता है। इस वर्ष का महाकुंभ विशेष महत्व रखता है, क्योंकि यह मेला भारतीय संस्कृति, धार्मिकता और एकता का प्रतीक है। गौतम अदाणी का इस मेला में शामिल होना भारतीय व्यापारिक समुदाय के लिए भी एक महत्वपूर्ण घटना मानी जा रही है, क्योंकि उनका जुड़ाव समाज और संस्कृति के साथ दर्शाता है कि व्यवसायिकता केवल आर्थिक उन्नति तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सामाजिक और सांस्कृतिक दायित्वों के प्रति भी जिम्मेदार है।

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संगम में पूजा अर्चना के बाद अदाणी ने कहा, “आज यहां आकर मुझे अपार शांति का अनुभव हुआ। इस स्थान से जुड़ी धार्मिक महिमा और यहां की ऐतिहासिक परंपराएं भारतीय संस्कृति की गहरी जड़ों को दर्शाती हैं। यह एक प्रेरणा है हमें अपनी जड़ों से जुड़े रहने की और समाज में सकारात्मक योगदान देने की।”

अदाणी समूह के अध्यक्ष ने यह भी कहा कि, “महाकुंभ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि यह भारतीयता, एकता और समाज की सशक्तता का प्रतीक है। मुझे गर्व है कि हम भारतीय समाज में इस तरह के आयोजनों का हिस्सा हैं, जो हमें एकजुट और प्रगति के मार्ग पर ले जाते हैं।”

गौतम अदाणी के संगम में पूजा अर्चना का यह कार्यक्रम खासकर इस मायने में अहम है क्योंकि अदाणी समूह भारतीय उद्योग जगत का एक प्रमुख नाम है और उनके धार्मिक स्थलों पर जाने से यह संदेश जाता है कि भारतीय उद्योगपति समाज और संस्कृति के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझते हैं। अदाणी ने अपने जीवन में कई बार समाज सेवा और पर्यावरण संरक्षण के लिए भी महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं और ऐसे आयोजनों में भाग लेकर वे यह दिखाते हैं कि उनका दृष्टिकोण केवल व्यापार तक ही सीमित नहीं है, बल्कि वे समाज की भलाई के लिए भी काम कर रहे हैं।

अदाणी के अलावा महाकुंभ में कई अन्य प्रमुख हस्तियों ने भी पूजा अर्चना की। पूरे मेले में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटी हुई है और वे संगम में डुबकी लगाने के लिए आ रहे हैं। सरकार द्वारा सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, ताकि श्रद्धालुओं की यात्रा सुरक्षित और शांति से संपन्न हो सके।

महाकुंभ मेला हर 12 साल में एक बार आयोजित होता है, और यह न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से, बल्कि भारतीय समाज की विविधता, समृद्धि और सांस्कृतिक धरोहर को भी प्रदर्शित करता है। इस अवसर पर देशभर से श्रद्धालु, संत, महात्मा और साधु-संत संगम पर स्नान और पूजा अर्चना करने पहुंचे हैं।

गौतम अदाणी का संगम में पूजा करना इस बार के महाकुंभ को और भी महत्वपूर्ण बना देता है, जहां एक तरफ धार्मिकता का महत्व है, वहीं दूसरी ओर समाज के हर वर्ग का योगदान भी इसे विशेष बना रहा है।

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