Tirupati Temple : तिरुपति मंदिर प्रसादम में घी की मिलावट का खुलासा, जांच में सुअर की चर्बी पाई गई, आपूर्तिकर्ता पर कड़ी कार्रवाई

Tirupati Temple : तिरुपति मंदिर प्रसादम में घी की मिलावट का खुलासा, जांच में सुअर की चर्बी पाई गई, आपूर्तिकर्ता पर कड़ी कार्रवाई

Tirupati Temple : मंदिर प्रबंधन ने कहा कि लैब की जांच से पता चला कि नमूने में ‘लार्ड’ (सुअर की चर्बी) की भी मिलावट थी। उन्होंने कहा, “चारों नमूनों की रिपोर्ट एक ही तरह की आयी है। जिसकी वजह से आपूर्ति रोक दी।

Tirupati Temple : तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसिद्ध लड्डू प्रसादम से जुड़े घी की गुणवत्ता पर हाल ही में एक गंभीर विवाद सामने आया है। मंदिर प्रबंधन द्वारा घी के नमूनों की जांच कराई गई, जिसमें चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि घी में ‘लार्ड’ (सुअर की चर्बी) की मिलावट थी। इस रिपोर्ट के बाद मंदिर प्रबंधन ने आपूर्तिकर्ता के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्णय लिया है।

लैब जांच में हुआ खुलासा

मंदिर प्रबंधन ने मीडिया को बताया कि जब लड्डू प्रसादम में घी की गुणवत्ता को लेकर शिकायतें मिलने लगीं, तब प्रबंधन ने तुरंत कदम उठाया और घी के नमूने विभिन्न प्रयोगशालाओं में जांच के लिए भेजे। चार अलग-अलग नमूनों की जांच की गई, और सभी नमूनों में एक जैसी रिपोर्ट आई। इन रिपोर्ट्स में पाया गया कि घी में ‘लार्ड’, यानी सुअर की चर्बी, की मिलावट की गई थी।

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मंदिर प्रबंधन के अधिकारियों ने बताया, “चारों नमूनों की रिपोर्ट में एक जैसे नतीजे आए। इसलिए हमने तुरंत घी की आपूर्ति को रोक दिया और उस ठेकेदार को काली सूची (ब्लैकलिस्ट) में डाल दिया है, जो यह घी सप्लाई कर रहा था। साथ ही, उस पर जुर्माना लगाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।”

भक्तों में नाराजगी

तिरुपति बालाजी मंदिर का लड्डू प्रसादम दुनियाभर के भक्तों के बीच बहुत प्रसिद्ध है और इसे पवित्र माना जाता है। ऐसे में इस तरह की मिलावट की खबर सामने आने से भक्तों में गहरी नाराजगी और निराशा फैल गई है। कई भक्तों ने मंदिर प्रबंधन से इस मामले में सख्त कदम उठाने की मांग की है। सोशल मीडिया पर भी इस मामले को लेकर लोगों का गुस्सा साफ देखा जा सकता है।

मंदिर प्रबंधन की प्रतिक्रिया

मंदिर प्रबंधन ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और न केवल घी आपूर्तिकर्ता पर जुर्माना लगाने की प्रक्रिया शुरू की है, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि आगे से इस तरह की गलती न हो। अधिकारियों ने कहा कि इस घटना से मंदिर की छवि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है, और वे इसे सुधारने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। प्रबंधन ने कहा कि इस घटना के बाद अब सभी सप्लाई किए गए खाद्य पदार्थों की नियमित जांच की जाएगी ताकि भविष्य में इस तरह की मिलावट से बचा जा सके।

आपूर्तिकर्ता के खिलाफ कानूनी कार्रवाई

मंदिर प्रबंधन ने ठेकेदार को काली सूची में डालने के साथ ही कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। जुर्माने के साथ-साथ यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि भविष्य में वह किसी भी अन्य मंदिर या संस्था के साथ काम न कर सके।

भविष्य के लिए सुधारात्मक कदम

प्रसादम की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए मंदिर प्रबंधन अब और भी सख्त नियम लागू करने की योजना बना रहा है। भविष्य में सभी खाद्य सामग्री की गुणवत्ता की नियमित रूप से जांच की जाएगी, और आपूर्तिकर्ताओं के साथ सख्त अनुबंध किए जाएंगे ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

सारांश

तिरुपति लड्डू प्रसादम में घी की मिलावट का यह मामला बेहद गंभीर है। घी में सुअर की चर्बी की मिलावट की पुष्टि होने के बाद भक्तों में गुस्सा और निराशा बढ़ी है। मंदिर प्रबंधन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आपूर्तिकर्ता को ब्लैकलिस्ट किया है और प्रसादम की गुणवत्ता को बेहतर बनाए रखने के लिए ठोस कदम उठाने का आश्वासन दिया है।

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