Tata Power : टाटा पावर की सब्सिडरी ने मध्य प्रदेश में शुरू किया सोलर प्रोजेक्ट, शेयरों में आई तेजी

Tata Power : टाटा पावर की सब्सिडरी ने मध्य प्रदेश में शुरू किया सोलर प्रोजेक्ट, शेयरों में आई तेजी

Tata Power : टाटा पावर के शेयरों में भी बढ़ोतरी हुई है। आज दोपहर 01.47 तक टाटा पावर के शेयर 2.38% (9.90 रुपये) की बढ़त के साथ 426.05 रुपये के भाव पर कारोबार हुए थे। सोमवार को 416.15 रुपये के भाव पर बंद हुए टाटा पावर के शेयर आज बढ़त के साथ 419.00 रुपये के भाव पर खुले थे।

Tata Power : टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (TPREL), टाटा पावर की एक प्रमुख सब्सिडरी, ने मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में 110 मेगावाट का सोलर पावर प्रोजेक्ट शुरू किया है। यह प्रोजेक्ट कंपनी के हरित ऊर्जा उत्पादन को बढ़ाने और देश में अक्षय ऊर्जा की मांग को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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सोलर प्रोजेक्ट की विशेषताएं

TPREL ने बताया कि इस सोलर पावर प्रोजेक्ट की स्थापना के लिए उन्नत तकनीकों का उपयोग किया गया है। इस परियोजना में लगभग 2.14 लाख सोलर मॉड्यूल लगाए गए हैं, जो हर साल लगभग 24.5 करोड़ यूनिट स्वच्छ ऊर्जा का उत्पादन करेंगे। यह परियोजना लगभग 1.7 लाख टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को कम करने में मदद करेगी, जो कि पर्यावरण संरक्षण के लिहाज से एक बड़ी उपलब्धि है।

इस प्रोजेक्ट को तय समयसीमा के भीतर पूरा किया गया और यह टाटा पावर की “सस्टेनेबिलिटी” और “कार्बन न्यूट्रल” बनने की प्रतिबद्धता के अनुरूप है।

कंपनी का बयान

टाटा पावर के सीईओ और प्रबंध निदेशक, डॉ. प्रवीर सिन्हा ने कहा, “यह प्रोजेक्ट न केवल मध्य प्रदेश के विकास में योगदान देगा, बल्कि भारत के अक्षय ऊर्जा लक्ष्यों को पूरा करने में भी अहम भूमिका निभाएगा। हमारे प्रयास स्थायी और स्वच्छ ऊर्जा समाधानों को बढ़ावा देने पर केंद्रित हैं।”

शेयर बाजार पर असर

इस खबर के बाद टाटा पावर के शेयरों में अच्छी तेजी देखी गई। बीएसई पर कंपनी के शेयर 3.5% की बढ़त के साथ बंद हुए। निवेशकों ने इस परियोजना को कंपनी के विकास और दीर्घकालिक लाभ के रूप में देखा है।

मध्य प्रदेश के लिए लाभ

मध्य प्रदेश सरकार ने इस परियोजना के तहत स्थानीय रोजगार सृजन और ऊर्जा उत्पादन में आत्मनिर्भरता बढ़ाने की संभावना जताई है। राज्य के ऊर्जा मंत्री ने कहा, “यह परियोजना राज्य की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में मदद करेगी और आर्थिक विकास को गति देगी।”

अक्षय ऊर्जा का बढ़ता महत्व

भारत सरकार 2030 तक 500 गीगावाट अक्षय ऊर्जा क्षमता स्थापित करने का लक्ष्य लेकर चल रही है। टाटा पावर का यह सोलर प्रोजेक्ट उस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

भविष्य की योजनाएं

टाटा पावर ने अगले पांच वर्षों में देशभर में अपने अक्षय ऊर्जा पोर्टफोलियो को दोगुना करने की योजना बनाई है। कंपनी का लक्ष्य 2030 तक 50% हरित ऊर्जा उत्पादन हासिल करना है।

इस प्रकार, टाटा पावर का यह सोलर प्रोजेक्ट न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक बड़ा कदम है, बल्कि भारत के ऊर्जा क्षेत्र में स्थायी विकास का संकेत भी देता है।

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