Uttarakhand Avalanche: 50 मजदूरों को निकाला, 4 की मौत, 5 की तलाश जारी

Uttarakhand Avalanche: 50 मजदूरों को निकाला, 4 की मौत, 5 की तलाश जारी

Uttarakhand Avalanche : उत्तराखंड के चमोली जिले में हिमस्खलन के बाद 50 मजदूरों को बचाया गया, जबकि 4 की मौत हो गई। 5 मजदूर अभी भी लापता हैं। यूपी, बिहार समेत 6 राज्यों के 55 मजदूर फंसे थे। राहत कार्य जारी है, और प्रशासन ने मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने का ऐलान किया है।

Uttarakhand Avalanche : उत्तराखंड के चमोली जिले में एक बड़ा हिमस्खलन (एवलांच) हुआ, जिससे पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। इस दुर्घटना में अब तक 4 मजदूरों की मौत हो चुकी है, जबकि 5 अन्य की तलाश जारी है। 50 मजदूरों को सुरक्षा के साथ बाहर निकाला गया है, लेकिन राहत कार्य अभी भी जारी है। इस हादसे में उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल और उड़ीसा सहित छह राज्यों के 55 लोग फंसे हुए थे। राहत कार्य के दौरान इन सभी मजदूरों को निकालने की कोशिशें की जा रही हैं।

इसे भी पढ़े – Meta Layoffs: डेटा लीक के आरोप में 20 कर्मचारियों को निकाला, और छटनी की योजना

यह घटना उत्तराखंड के चमोली जिले के एक निर्माण स्थल पर घटी, जहां मजदूर सड़क निर्माण के काम में जुटे हुए थे। हिमस्खलन के बाद, कई मजदूर मलबे में दब गए थे, और उन्हें बाहर निकालने के लिए बचाव कार्य शुरू किया गया। प्रशासन और स्थानीय प्रशासन ने तुरंत राहत दल भेजे, जो कड़ी मेहनत कर रहे थे। फिलहाल, 50 मजदूरों को सुरक्षित रूप से बाहर निकाल लिया गया है, लेकिन मलबे के नीचे फंसे पांच अन्य मजदूरों की तलाश अभी भी जारी है।

चमोली के जिला प्रशासन के मुताबिक, हिमस्खलन की चपेट में आने के बाद भारी बर्फ और मलबा मजदूरों के ऊपर गिर गया था, जिससे उन्हें बचाना मुश्किल हो गया। मौके पर पहुंचे बचाव दल ने मलबे को हटाने और फंसे हुए लोगों को निकालने की कोशिशें तेज कर दीं। चार शव बरामद किए गए हैं, जिनमें दो उत्तर प्रदेश और दो बिहार के थे।

वहीं, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त की और मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने का ऐलान किया। उन्होंने राहत कार्यों की निगरानी के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को भेजा है और कहा कि राज्य सरकार पूरी तरह से प्रभावित लोगों के साथ खड़ी है।

राहत कार्य में स्थानीय प्रशासन, पुलिस, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के दल जुटे हुए हैं। प्रशासन ने बताया कि चमोली जिले में स्थित बर्फीली चोटियों और खतरनाक इलाके के कारण राहत कार्यों में मुश्किलें आ रही हैं। हालांकि, मौसम में थोड़ी राहत मिलते ही बचाव कार्यों में तेजी आई है।

हिमस्खलन की चपेट में आने वाले मजदूरों में ज्यादातर लोग उत्तर प्रदेश, बिहार और अन्य राज्यों के थे, जो सड़क निर्माण के लिए यहां आए थे। उत्तर प्रदेश और बिहार के कई परिवारों ने अपने रिश्तेदारों के लापता होने की सूचना दी है और वे अधिकारियों से जानकारी प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं।

राज्य सरकार ने स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर राहत कार्यों की गति को बढ़ाने की कोशिश की है। वहीं, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी उत्तराखंड के अधिकारियों से स्थिति पर लगातार नजर बनाए रखने और जरूरत पड़ने पर केंद्रीय राहत टीम भेजने का आश्वासन दिया है।

इस हादसे ने उत्तराखंड में निर्माण कार्यों के दौरान होने वाली सुरक्षा उपायों की कमजोरियों को फिर से उजागर किया है। कई विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे क्षेत्रों में निर्माण कार्यों के दौरान सुरक्षा मानकों को कड़ा किया जाना चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं से बचा जा सके।

फिलहाल, प्रशासन की पूरी कोशिश है कि बचे हुए मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके और इस घटना से जुड़ी सभी जरूरी जानकारी जुटाई जा सके।

नवीनतम वीडियो समाचार अपडेट प्राप्त करने के लिए संस्कार न्यूज़ को अभी सब्सक्राइब करें

CATEGORIES
TAGS
Share This
Social Media Auto Publish Powered By : XYZScripts.com