Cancer Risk : जंक फूड का अत्यधिक सेवन करने से बढ़ रहा कैंसर का खतरा

Cancer Risk : जंक फूड का अत्यधिक सेवन करने से बढ़ रहा कैंसर का खतरा

Cancer Risk : हाल के एक शोध में यह खुलासा हुआ है कि जंक फूड का अत्यधिक सेवन करने से कैंसर होने का खतरा काफी बढ़ जाता है।स्वास्थ्य संस्थाएं और डॉक्टर भी जंक फूड से दूर रहने की सलाह दे रहे हैं।

Cancer Risk : विशेषज्ञों का मानना है कि जंक फूड में मौजूद उच्च मात्रा में चीनी, नमक, और अस्वास्थ्यकर वसा शरीर में कई स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म देते हैं, जिनमें कैंसर का खतरा सबसे गंभीर है। खासकर अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड, जैसे कि पैकेज्ड स्नैक्स, इंस्टेंट नूडल्स, सोडा, और फास्ट फूड, शरीर में सूजन बढ़ाने के साथ-साथ कोशिकाओं पर भी नकारात्मक प्रभाव डालते हैं, जिससे कैंसर की आशंका अधिक होती है।

इसे भी पढ़े – Department of Telecommunications : दूरसंचार विभाग (DoT) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 1.77 करोड़ सिम कार्ड बंद

शोध के अनुसार, जंक फूड में पोषक तत्वों की कमी होती है, जबकि इसमें हानिकारक पदार्थ जैसे कि कृत्रिम रंग, स्वादवर्धक, और प्रिजर्वेटिव्स शामिल होते हैं। ये पदार्थ शरीर में विषैले तत्वों की तरह काम करते हैं और कोशिकाओं में अनियंत्रित वृद्धि को प्रेरित कर सकते हैं, जो कैंसर के कारणों में से एक हो सकता है।

विशेषज्ञों का कहना है कि अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड में उच्च मात्रा में कैलोरी होती है, लेकिन उसमें जरूरी विटामिन, खनिज और फाइबर की कमी होती है। इन पोषक तत्वों की कमी शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर करती है और कैंसर जैसी बीमारियों के प्रति शरीर को असुरक्षित बना देती है।

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) की रिपोर्ट भी इस तथ्य की पुष्टि करती है कि जंक फूड का नियमित सेवन करने वालों में आंत, पेट, लीवर, और ब्रेस्ट कैंसर का खतरा अधिक होता है। इसके अलावा, जंक फूड का सेवन मोटापे का कारण बनता है, जो कैंसर का एक प्रमुख कारक है। मोटापा, विशेष रूप से पेट के आसपास जमी चर्बी, हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकती है, जिससे कैंसर का खतरा और बढ़ता है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का सुझाव है कि लोगों को अपने आहार में हरी सब्जियां, फल, अनाज और उच्च फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए। इसके अलावा, चीनी और तैलीय भोजन की मात्रा को नियंत्रित करना और नियमित शारीरिक गतिविधि को जीवनशैली में शामिल करना भी महत्वपूर्ण है। इससे न केवल वजन नियंत्रित रहता है बल्कि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती है, जो कैंसर के जोखिम को कम कर सकती है।

स्वास्थ्य संस्थाएं और डॉक्टर भी जंक फूड से दूर रहने की सलाह दे रहे हैं। सरकार द्वारा जागरूकता कार्यक्रमों के जरिए भी इस संदेश को व्यापक स्तर पर फैलाने के प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि लोगों में स्वस्थ आहार के प्रति जागरूकता बढ़ाई जा सके और वे अपने स्वास्थ्य का ध्यान रख सकें।

नवीनतम वीडियो समाचार अपडेट प्राप्त करने के लिए संस्कार न्यूज़ को अभी सब्सक्राइब करें

CATEGORIES
TAGS
Share This