Meta Layoffs: डेटा लीक के आरोप में 20 कर्मचारियों को निकाला, और छटनी की योजना

Meta Layoffs: डेटा लीक के आरोप में 20 कर्मचारियों को निकाला, और छटनी की योजना

Meta Layoffs: मेटा ने डेटा लीक के आरोप में 20 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। कंपनी ने कहा कि यह कदम गोपनीयता नीति के उल्लंघन को लेकर उठाया गया। मेटा ने आगे और छंटनी की योजना भी बनाई है। यह कार्रवाई सुरक्षा नियमों के उल्लंघन को लेकर की गई है, और भविष्य में ऐसे कदम उठाए जा सकते हैं।

Meta Layoffs: मेटा (Meta), जो पहले फेसबुक के नाम से जानी जाती थी, ने हाल ही में एक बड़ी छंटनी की घोषणा की है। कंपनी ने 20 कर्मचारियों को उनके द्वारा डेटा लीक के आरोपों के कारण नौकरी से निकाल दिया है। मेटा के एक अधिकारी ने बताया कि यह कदम कंपनी की गोपनीयता और डेटा सुरक्षा नीति के उल्लंघन के चलते उठाया गया है। इस छंटनी के बाद मेटा ने यह भी साफ किया कि आने वाले महीनों में और कर्मचारियों की छंटनी की जा सकती है।

इसे भी पढ़े – Washington:ओवल ऑफिस में ट्रंप से बहस के बाद राष्ट्रपति जेलेंस्की बने हीरो, यूरोप ने किया समर्थन

जानकारी के मुताबिक, मेटा के इन कर्मचारियों पर आरोप था कि उन्होंने कंपनी के संवेदनशील डेटा को बिना अनुमति के लीक किया। यह डेटा लीक कंपनी की गोपनीयता नीति के खिलाफ था, जिससे मेटा की छवि और उसके उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा पर सवाल उठने लगे। मेटा ने अपनी सुरक्षा टीम की जांच के बाद इन कर्मचारियों को निकालने का फैसला किया। इस कदम से कंपनी ने यह संदेश दिया कि वह किसी भी तरह के सुरक्षा उल्लंघन को गंभीरता से लेती है और इस तरह की घटनाओं को बिल्कुल भी सहन नहीं करेगी।

कंपनी के एक प्रवक्ता ने बताया, “हमारा मुख्य उद्देश्य उपयोगकर्ताओं की गोपनीयता की रक्षा करना है। हम किसी भी कर्मचारी द्वारा किए गए किसी भी प्रकार के उल्लंघन को नजरअंदाज नहीं करेंगे। इन कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बाद हम यह सुनिश्चित करेंगे कि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हों।”

मेटा ने यह भी स्पष्ट किया कि आने वाले समय में और कर्मचारियों की छंटनी की योजना है। हालांकि, यह छंटनी विशेष रूप से डेटा सुरक्षा उल्लंघन के मामले में की जा रही है। मेटा ने पहले ही बड़े पैमाने पर छंटनी का ऐलान किया था, जिससे हजारों कर्मचारियों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा था। कंपनी ने यह कदम अपने आर्थिक संकट और व्यवसायिक चुनौतियों को देखते हुए उठाया था।

इस घटनाक्रम के बाद, मेटा के कर्मचारियों और टेक इंडस्ट्री के अन्य विशेषज्ञों के बीच चर्चा तेज हो गई है कि डेटा सुरक्षा को लेकर सख्ती बढ़ाने की आवश्यकता है। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि तकनीकी कंपनियों को अपनी गोपनीयता नीतियों को और अधिक कड़ा करने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।

वहीं, मेटा के कर्मचारियों का यह भी कहना है कि कंपनी के भीतर पारदर्शिता की कमी और दबाव की स्थिति काम करने का माहौल और भी कठिन बना देती है। ऐसे में छंटनी और डेटा लीक के मामलों की बढ़ती संख्या चिंताजनक है। अब सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि मेटा आने वाले महीनों में अपने कर्मचारियों के साथ किस तरह का व्यवहार करेगा और क्या छंटनी की प्रक्रिया और सख्त होगी।

मेटा का यह कदम इस बात को और भी स्पष्ट करता है कि डेटा सुरक्षा और गोपनीयता के मामले में अब कोई समझौता नहीं किया जाएगा, चाहे इसके लिए कंपनी को और कर्मचारियों की छंटनी करनी पड़े।

नवीनतम वीडियो समाचार अपडेट प्राप्त करने के लिए संस्कार न्यूज़ को अभी सब्सक्राइब करें

CATEGORIES
TAGS
Share This
Social Media Auto Publish Powered By : XYZScripts.com