Year Ender 2024: सोने की कीमतों में 30% की उछाल, निवेशकों को मिला शानदार रिटर्न

Year Ender 2024: सोने की कीमतों में 30% की उछाल, निवेशकों को मिला शानदार रिटर्न

Year Ender 2024: साल 2024 सोने (Gold) के निवेशकों के लिए बेहद फायदेमंद साबित हुआ। इस साल सोने की कीमतों में करीब 30% की वृद्धि हुई, जिसका मुख्य कारण वैश्विक महंगाई, डॉलर का उतार-चढ़ाव और भू-राजनीतिक तनाव रहा। भारत में भी शादियों और त्योहारों के दौरान सोने की मांग बढ़ी।

Year Ender 2024:साल 2024 सोने (Gold) के निवेशकों के लिए बेहद लाभकारी साबित हुआ। इस साल सोने की कीमतों में 30% तक की बढ़ोतरी हुई, जिसने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया। बाजार विश्लेषकों के अनुसार, आर्थिक अनिश्चितताओं, केंद्रीय बैंकों की नीतियों और भू-राजनीतिक घटनाओं ने इस मूल्य वृद्धि में अहम भूमिका निभाई।

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सोने की कीमतों में वृद्धि के मुख्य कारण

महंगाई और ब्याज दरों का प्रभाव:

वर्ष 2024 के दौरान कई देशों में बढ़ती महंगाई के कारण निवेशकों का झुकाव सुरक्षित निवेश साधनों की ओर बढ़ा। अमेरिकी फेडरल रिजर्व समेत कई केंद्रीय बैंकों ने ब्याज दरों को स्थिर या सीमित बढ़ोतरी के साथ बनाए रखा। इसका सीधा असर सोने की कीमतों पर पड़ा, क्योंकि महंगाई के दौरान सोने को एक सुरक्षित निवेश माना जाता है।

भू-राजनीतिक तनाव:

रूस-यूक्रेन युद्ध, मध्य-पूर्व में अस्थिरता, और एशिया में ताइवान को लेकर बढ़ते तनाव जैसे मुद्दों ने वैश्विक बाजार में अनिश्चितता बढ़ाई। इस दौरान सोने ने निवेशकों को एक ‘सेफ हेवन’ (सुरक्षित ठिकाना) का विकल्प प्रदान किया।

डॉलर का उतार-चढ़ाव:

साल के मध्य में डॉलर में कमजोरी देखने को मिली, जिससे सोने की कीमतें और बढ़ीं। डॉलर कमजोर होने पर सोना सस्ता लगता है, जिससे इसकी मांग बढ़ती है।

सेंट्रल बैंकों की खरीद:

2024 में कई देशों के केंद्रीय बैंकों ने अपनी स्वर्ण भंडार को बढ़ाने की दिशा में काम किया। भारत, चीन और रूस जैसे देशों ने सोने की खरीदारी बढ़ाई, जिससे इसकी कीमतों को समर्थन मिला।

भारत में सोने की मांग

भारत, जो दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सोने का उपभोक्ता है, ने 2024 में सोने की मांग में उल्लेखनीय वृद्धि देखी। शादियों और त्योहारों के सीजन में सोने की बिक्री रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची। हालांकि, उच्च कीमतों के बावजूद भारतीय बाजार में इसकी मांग स्थिर रही।

2025 के लिए आउटलुक

विशेषज्ञों के अनुसार, 2025 में सोने की कीमतों में स्थिरता देखी जा सकती है, लेकिन यह कई कारकों पर निर्भर करेगा:

महंगाई का स्तर: यदि वैश्विक महंगाई नियंत्रण में रहती है, तो सोने की कीमतों में सीमित बढ़ोतरी होगी।
भू-राजनीतिक स्थिति: किसी बड़े संकट या युद्ध की स्थिति में सोने की कीमतें फिर से बढ़ सकती हैं।
डॉलर का प्रदर्शन: यदि डॉलर मजबूत होता है, तो सोने की कीमतों पर दबाव पड़ेगा।

निवेशकों के लिए सलाह

विशेषज्ञों का सुझाव है कि सोने को दीर्घकालिक निवेश के रूप में देखा जाए। 2025 में बाजार में अस्थिरता के बावजूद, सोना एक अच्छा विकल्प बना रहेगा। जिन निवेशकों ने 2024 में सोने में निवेश किया था, उन्हें शानदार लाभ मिला है।

निष्कर्ष

2024 सोने के लिए एक ऐतिहासिक साल रहा। 30% की वृद्धि न केवल निवेशकों के लिए फायदेमंद रही, बल्कि इसने सोने को एक मजबूत निवेश विकल्प के रूप में स्थापित किया। 2025 में, हालांकि, सोने की कीमतें स्थिर रह सकती हैं, लेकिन दीर्घकालिक निवेशकों के लिए यह अभी भी एक सुरक्षित दांव साबित हो सकता है।

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