BRICS Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की हुई मुलाक़ात

BRICS Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की हुई मुलाक़ात

BRICS Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए रूस के कजान शहर गए। कजान में पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच द्विपक्षीय वार्ता भी हुई है।

BRICS Summit: कज़ान, 22 अक्टूबर 2024 – ब्रिक्स (BRICS) शिखर सम्मेलन के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की महत्वपूर्ण मुलाकात हुई, जिसमें दोनों नेताओं ने वैश्विक और द्विपक्षीय मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। कज़ान में आयोजित इस शिखर बैठक का मुख्य आकर्षण यूक्रेन संघर्ष पर भारत का रुख रहा, जिसे प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट रूप से प्रस्तुत किया।

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भारत का रुख यूक्रेन संघर्ष पर

यूक्रेन संघर्ष के संदर्भ में भारत ने फिर से अपने तटस्थ दृष्टिकोण को दोहराया। प्रधानमंत्री मोदी ने बातचीत के दौरान इस मुद्दे पर भारत के स्थिर और संतुलित रुख को रेखांकित किया। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि भारत यूक्रेन संकट के शांतिपूर्ण समाधान के पक्ष में है और संघर्ष का अंत वार्ता और कूटनीति के ज़रिए ही संभव है। भारत ने किसी भी प्रकार की सैन्य कार्रवाई या हिंसा का समर्थन न करते हुए, संघर्षरत पक्षों से बातचीत की अपील की।

प्रधानमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए प्रतिबद्ध है और यही कारण है कि वह किसी भी संघर्ष के समाधान के लिए संवाद को प्राथमिकता देता है। यूक्रेन संकट को लेकर भारत की इस स्थिति को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर संतुलित और तटस्थ दृष्टिकोण माना गया है, जिससे भारत ने अपनी कूटनीतिक स्थिति को मजबूती प्रदान की है।

भारत-रूस संबंध

इस मुलाकात में दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा करने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। भारत और रूस के बीच रणनीतिक साझेदारी के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई, जिसमें व्यापार, ऊर्जा, रक्षा, और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र शामिल थे। प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन ने इस बात पर भी सहमति जताई कि दोनों देशों के संबंध भविष्य में और प्रगाढ़ होंगे।

ब्रिक्स का महत्व

ब्रिक्स (ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन, और दक्षिण अफ्रीका) का यह शिखर सम्मेलन ऐसे समय में हो रहा है जब वैश्विक अर्थव्यवस्था और राजनीतिक परिदृश्य तेजी से बदल रहा है। इस संदर्भ में, ब्रिक्स समूह के सदस्य देशों के बीच आपसी सहयोग को और बढ़ाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है। बैठक के दौरान, आर्थिक विकास, जलवायु परिवर्तन, और वैश्विक दक्षिण के मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया गया।

प्रधानमंत्री मोदी की यह मुलाकात भारत की कूटनीतिक नीति को और सुदृढ़ करती है, और रूस के साथ संबंधों को नई ऊंचाई पर ले जाने का संकेत देती है। यूक्रेन संघर्ष पर भारत की स्पष्टता और शांति के प्रति उसकी प्रतिबद्धता ने वैश्विक राजनीति में उसकी भूमिका को और मजबूत किया है।

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