Rachin Ravindra : “रचिन रवींद्र ने 2021 में न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के लिए किया अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू”

Rachin Ravindra : “रचिन रवींद्र ने 2021 में न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के लिए किया अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू”

Rachin Ravindra : रचिन रवींद्र ने पांच साल की उम्र में वेलिंगटन में क्रिकेट खेलना शुरू किया। वे हर साल भारत आते थे और अपने पिता द्वारा संचालित हट हॉक्स क्रिकेट क्लब के लिए क्लब क्रिकेट खेलते थे। उनका यह समर्पण और अभ्यास उन्हें न्यूजीलैंड की राष्ट्रीय टीम तक पहुंचाने में सफल रहा, जहां उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की।

Rachin Ravindra : रचिन रवींद्र 2016 और 2018 के अंडर-19 विश्व कप में न्यूजीलैंड की टीम का हिस्सा थे। 2018 के विश्व कप के बाद, अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने उन्हें प्रतियोगिता के उभरते सितारों में से एक के रूप में नामित किया। उनकी क्रिकेट में उत्कृष्टता ने उन्हें एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में उभार दिया। जून 2018 में, रचिन को 2018-19 सत्र के लिए वेलिंगटन क्रिकेट क्लब के साथ अनुबंध से सम्मानित किया गया, जो उनके करियर की दिशा को और मजबूती देने वाला एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ। उनका प्रदर्शन न्यूजीलैंड क्रिकेट के भविष्य के लिए उम्मीदें जगाता है।

इसे भी पढ़े -Team India: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भारतीय गेंदबाजों और बल्लेबाजों का शानदार प्रदर्शन, टूर्नामेंट में अजेय रही टीम

अक्टूबर 2018 में, रचिन रवींद्र ने पाकिस्तान ए के खिलाफ न्यूजीलैंड ए के लिए अपनी लिस्ट ए क्रिकेट में शुरुआत की। उसी महीने के अंत में, उन्होंने न्यूजीलैंड ए के खिलाफ अपने फर्स्ट क्लास करियर की शुरुआत की। नवंबर 2019 में, 2019-20 फोर्ड ट्रॉफी के दौरान, उन्होंने ऑकलैंड के खिलाफ वेलिंगटन के लिए बल्लेबाजी करते हुए लिस्ट ए क्रिकेट में अपना पहला शतक बनाया।

इस शतक ने उनके बल्लेबाजी कौशल को साबित किया और उन्हें एक प्रमुख क्रिकेटर के रूप में स्थापित किया। मार्च 2020 में, 2019-20 प्लंकेट शील्ड सीजन के छठे राउंड में, रचिन ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में भी अपना पहला शतक बनाया। उनका यह प्रदर्शन दर्शाता है कि वह भविष्य में न्यूजीलैंड क्रिकेट के महत्वपूर्ण खिलाड़ी बन सकते हैं। रचिन का करियर निरंतर उन्नति की दिशा में बढ़ रहा है।

रचिन रवींद्र का जन्म 18 नवंबर 1999 को वेलिंगटन, न्यूजीलैंड में हुआ था। उनके माता-पिता का संबंध बैंगलोर से है, और उनका परिवार भारतीय मूल का है। उनके पिता, रवि कृष्णमूर्ति, 1997 में न्यूजीलैंड में बस गए थे और बैंगलोर में क्लब-स्तरीय क्रिकेट खेलते थे। रचिन के दादा, बालकृष्ण अडिगा, एक प्रमुख शिक्षाविद् और बैंगलोर के विजया कॉलेज के पूर्व प्राचार्य थे। रचिन ने अपनी क्रिकेट यात्रा बचपन में ही शुरू की, जब वह सचिन तेंदुलकर से प्रेरित हुए।

उनकी क्रिकेट में रुचि और समर्पण ने उन्हें जल्दी ही अंडर-19 क्रिकेट टीम में जगह दिलवायी। रचिन ने अपने करियर की शुरुआत न्यूजीलैंड की अंडर-19 टीम से की, और जल्द ही उन्हें न्यूजीलैंड ए टीम में जगह मिल गई। उनकी बैटिंग और गेंदबाजी में गजब की तकनीकी क्षमता है, जो उन्हें एक ऑलराउंडर के रूप में उभारती है। रचिन का कड़ी मेहनत और भारतीय क्रिकेट के प्रति प्यार उन्हें विश्व क्रिकेट में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनाने की दिशा में ले जा रहा है।

नवीनतम वीडियो समाचार अपडेट प्राप्त करने के लिए संस्कार न्यूज़ को अभी सब्सक्राइब करें

CATEGORIES
TAGS
Share This
Social Media Auto Publish Powered By : XYZScripts.com